एम.पी.एल विस्थापित और प्रबंधन के बिच वार्ता विफल, धरना जारी

निरसा : एम.पी.एल विस्थापित व स्थानीय समिति का धरना सोमवार को प्रबंधन से वार्ता विफल होने के बाद 18 वे दिन भी जारी है. विस्थापितों का कहना है की इसबार आरपार की लड़ाई हो रही है.

या तो हमलोग नियोजन लेंगे या उग्र आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे.

जानकारी के अनुसार सोमवार को समिति व प्रबंधन के बीच वार्ता विफल रही.

वार्ता के दौरान प्रबंधन ने शेष बचे विस्थापितों को तत्काल नियोजन देने के सवाल पर अपने हाथ खड़े कर दिए.

प्रबंधन का कहना था की जबतक फेज टू का काम व एम.पी.एल रेलवे लाइन का निर्माण नहीं हो जाता तबतक विस्थापितों को नियोजन देना संभव नहीं है.

विस्थापितों ने जिस तरह सहयोग कर प्लांट को खड़ा किया.

उसी तरह रेलवे लाइन निर्माण में सहयोग करे. रेलवे लाइन का निर्माण कार्य शुरू होते ही काफी संख्या में नियोजन की संभावनाए बनेगी.

वही विस्थापित समिति का कहना था की हमलोगों का इकरारनामा एम.पी.एल निर्माण के समय हुआ था न की एम.पी.एल फेज-टू का काम को लेकर.एम.पी.एल अपने वादे से मुकर रही है.

प्रंबंधन, विस्थापित व प्रशासन के बीच हुए वर्ष 2010 के त्रिपक्षीय वार्ता में स्पष्ट करार हुआ था की जबतक शेष बचे विस्थापितों का नियोजन नहीं मिलाता गुजरा भत्ता दिया जायेगा.

परन्तु प्रबंधन वह भी नहीं कर रही है. विस्थापित अगर प्लांट को लगाने में सहयोग कर सकते है तो प्लांट का चक्का जाम भी कर सकते है.

अगर प्रबंधन हमारी मांगो पर जल्द अमल नहीं करती है तो हमलोग उग्र आन्दोलन के बाध्य होंगे.

वही समिति के महामंत्री रामरंजन मिश्रा ने कहा की,विस्थापितों की ज्यादातर समस्याए एम.पी.एल एच.आर. हेड से जुडी हुई है.

परन्तु एच.आर.हेड समस्या का समाधान उसे उलझाए रखने में विश्वास कर रहे है. जो एम.पी.एल के लिए ठीक नहीं है.

वार्ता में एम.पी.एल की और से एच.आर हेड बल्लभ सिंह, मेजर मनीष बहुगुणा, रविन्द्र बनिक समिति की और से कामख्या चौधरी, सत्यनारायण तिवारी, मनोहर मंडल, जितेन तिवारी, समर महतो इत्यादि मौजूद थे.

Web Title : DHARNA CONTINUE OF MPL DISPLACED AT NIRSA