Video : सरोगेसी पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का विरोध

धनबाद : आईएसआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र मल्होत्रा ने वर्तमान केन्द्र सरकार की केबिनेट में लिये गये सरोगेसी पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का विरोध किया है. धनबाद के सीटी सेन्टर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होने कहा कि भारत में सरोगेसी पर बनाया गया कानून कही से भी गलत नही है.

सरोगेसी की जरूरत 100 में 1 प्रतिशत वैसी महिलाओ को है जिनके बच्चे दानी में टयुमर हो जाता है या फीर वे कैंसर की बिमारी से पिड़ित हो जाते है और 9 माह तक अपनी कोख में बच्चा नही रख सकती. उन्होने सरकार से इसे बैन नही करने की अपील की है.

डॉ. नरेन्द्र ने बताया कि अगर यह बेन हुआ तो मेडिकल टुरिजम में प्रतिकुल असर पड़ेगा. आईएसआर और एएसपीआइआरई दोनो ही संस्था आईएएफ को पूर्णतः सफल बनाने के प्रयास में है. आज धनबाद में 50 प्रतिशत पुरूषो में बांझपन की शिकायते मिल रही है. कोल्फील्ड के कारण 50 प्रतिशत महिलाओ की नली बंद पाई जा रही है ऐसे में बच्चा पैदा करने के लिए टेस्ट बेबी टयूब एक कारगर उपाय है.

Web Title : DR. NARENDRA MALHOTRA OPPOSED BAN ON SURROGACY