वर्चस्व की लड़ाई को लेकर दोबारी में चलीं गोलियां और फूटे बम

तिसरा : दोबारी में बीजीआर कंपनी की ओर से खुली आउटसोर्सिग परियोजना का काम सोमवार को जमसं बच्चा गुट समर्थकों ने बंद करा दिया.

इसके विरोध में बीसीकेयू-मासस समर्थक ग्रामीण लाल झंडा लेकर उतर आये.

नतीजा, दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गयी. पथराव व मारपीट के साथ जमकर लाठी डंडे, तीर कमान व धारदार हथियार का प्रयोग हुआ.

सात राउंड फायर के साथ पांच बम के धमाके भी हुए. मारपीट में दस लोग जख्मी हो गये.

असहाय दिख रही पुलिस ने बाद में लाठियां चलाकर स्थिति पर नियंत्रण पाया.

जमसं बच्चा गुट के नेता व डिप्टी मेयर नीरज सिंह, मासस नेता बबलू महतो मौके पर गये. प्रबंधन से दोनों पक्षों ने वार्ता की.

 

कैसे हुई घटना

सोमवार को करीब 11 बजे जमसं बच्चा गुट समर्थक लाठी डंडा लेकर स्थानीय को पुनर्वास, रोजगार, रैयत को जमीन के बदले नियोजन व मुआवजा, स्थानीय के लिये अलग लोडिंग प्वाइंट बनाने की मांग को ले परियोजना स्थल पहुंचे और काम बंद करा दिया.

सूचना पर एरिया कार्मिक प्रबंधक पीके मिश्रा, पीओ गंगाधर महतो, जेके जायसवाल पहुंचे व आंदोलनकारियों को साढ़े बारह बजे वार्ता को बुलाया.

वहां बीसीकेयू मासस समर्थक ग्रामीण लाठी डंडा लेकर पहुंच गये. इन लोगों ने कहा कि परियोजना में काम होगा.

इसके बाद दोनों पक्षों भिड़ंत हो गई. दोनों ओर से पथराव होने लगा.

भड़के बच्चा गुट समर्थकों ने बीसीकेयू-मासस समर्थकों को खदेड़ दिया.

मारपीट में बीसीकेयू समर्थक सुजीत चंद्रा, शीतल दत्ता, हारू बाउरी, सुकेश डे जख्मी हो गये. जमसं बच्चा गुट के मनोज सिंह, रामकृष्ण पाठक, मनोज सिंह, बबलू सिंह, संतोष विश्वकर्मा, कृष्णा सिंह, चंदन बाउरी को भी चोट आई. जमसं समर्थक पिंटू, टिंकू, शक्तिनाथ की बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई.

मौके पर डिप्टी मेयर नीरज सिंह व उनके भाई छोटू सिंह पहुंचे और समर्थकों को समझाकर शांत किया. प्रबंधन ने नीरज सिंह को बस्ताकोला क्षेत्रीय कार्यालय में वार्ता को बुलाया.

 

उधर वार्ता, इधर गोली

आउटसोर्सिग परियोजना को लेकर हुए विवाद में जब डिप्टी मेयर नीरज सिंह बस्ताकोला क्षेत्रीय कार्यालय में प्रबंधन से वार्ता को गये तभी दोबारी जंगल में आकर ग्रामीण जमसं समर्थकों को ललकारने लगे.

बस क्या था, दोनों गुटों में फिर मारपीट शुरू हो गई. इसी दौरान सात राउंड फायर व पांच बम के धमाके भी किये गये.

दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमला करने, फायरिंग व बम फोड़ने का आरोप मढ़ा है. पुलिस ने यहां लाठियां चलाकर स्थिति को काबू में पाया.

 

पुलिस की मौजूदगी में फायरिंग के साथ फटे बम

दोबारी में शुरू हुई परियोजना में इन दिनों एक दर्जन पुलिस व सीआइएसएफ के जवान मुस्तैद रहते हैं.

बावजूद सोमवार को जमकर बवाल हुआ. पुलिस असहाय बनी रही.

झरिया थाना प्रभारी विष्णु रजक व दंडाधिकारी उमेश कुमार एक राउंड मारपीट होने के बाद पर मौके पर पहुंचे.

इसी बीच फिर मारपीट के साथ फायरिंग और बम फटे तब पुलिस ने लाठी चलाकर किसी प्रकार स्थिति को नियंत्रण में किया.

Web Title : FIGHT AT DOBRI COALLIERY DHANBAD