सरकार की दाल भात योजना का कायाकल्प का सपना अधुरा

धनबाद : वर्ष 2011 से शुरू हुए मुख्यमंत्री दाल भात योजना धनबाद में आज भी चल रही है पर इस योजना को बेहतर करने की दिशा में सरकार ने जो वायदे किये थे वह आज भी अधूरी है.

सरकार की घोषणा के मुताबिक सभी केन्द्रो को एक जैसा पहचान देने के लिए एक तरह का सेड निर्माण से लेकर उसमे कुर्सिया व टेबुल की व्यवस्था देनी की बात की गयी थी. पर हकीकत यह है कि केन्द्रो के कायाकल्प करने का सरकार का निर्णय आज भी धरातल पर नही उतर पाया है.

केन्द्र चलाने का भार महिला समिति को दिया गया है. सरकार की इस जनपयोगी योजना में अपनी भागेदारी दे रहे अमरजीत सिंह जो कि पेशे से कैटरर और टेन्ट निर्माता भी है उन्होने बताया कि उन्हे योजना अच्छी लगी और इसलिए व मदद के तौर पर केन्द्र को निःशुल्क टेबुल व कुर्सियां उपलब्ध कराया है.

उन्होने बताया कि सेड निर्माण को लेकर सरकार के पास सभी केन्द्रो को मिलाकर कोटेशन भी सरकार को भेजा जा चुका है

Web Title : GOVERNMENT OF DAL BHAT SCHEME UNFINISHED DREAM OF REJUVENATION