महिलाओं को नजर अंदाज कर आर्थिक विकास असंभव : राज्यपाल

झारखण्ड की राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि दुनिया में ऐसा कोई भी देश नहीं है जहाँ महिलाओं को नजर अंदाज करते हुए आर्थिक विकास संभव हुआ है. महिलाओं को विकास की मुख्यधारा से जोड़े बिना किसी समाज, राज्य एवं देश के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक विकास की कल्पना ही नहीं की जा सकती है. ऐसा मैं इसलिए नहीं कह रही हूँ कि मैं महिला हूँ.

यह सच्चाई है कि आज अनवरत संघर्ष के बल पर देश में महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में सफलताएँ हासिल कर पुरूषों के कंधे-से-कंधे मिलाकर कार्य कर रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं में साक्षरता बढ़ी है और वे स्वरोजगार के जरिये आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रही है. वे गाँवों में पंचायत स्तर पर भी नेतृत्व प्रदान कर रही है. वे आज बिशुनपुर, गुमला में विकास भारती द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थी.

राज्यपाल ने कहा रसोईघर तक की दहलीज तक सीमित रहनेवाली महिलायें अब इससे उपर उठकर नये जोश के साथ सामाजिक दायित्व की भूमिका निभाते हुए दिखाई दे रही है. अपने सपनों को साकार करने के लिए महिलाओं ने गरीबी और सामाजिक बँधनों को तोड़ते हुए हर क्षेत्र में अपनी पहचान कायम की है.

ये सुधार जाहिर तौर पर चेतना का प्रतीक है लेकिन विकास के लम्बे सफर के बावजूद भारी तादाद में महिलाएँ अधिकारों के लिए अभी भी संघर्शरत है. इसमें गाँवों में रहनेवाली महिलाओं की संख्या अधिक है. उन्हें अपने अधिकारों और दायित्वों के प्रति जागरूक होना होगा. जागरूकता के अभाव में वे स्वरोजगार में बहुत पीछे हैं.

Web Title : IMPOSSIBLE OF ECONOMIC DEVELOPMENT OVERLOOK WOMEN : GOVERNOR