जालान प्रबंधन का अल्टीमेटम कहा काम पर लौट मजदूर नही तो करेंगे लॉक आउट

भूली : हिन्दुस्थान मैलिएबुल्स एंड फोर्जिंग्स लिमिटेड (जालान फैक्ट्री ) के सैकड़ो मजदुर हफ्ते में 6 दिन ड्यूटी देने की मांग को लेकर चरणबद्ध आन्दोलन पर है. मजदूरो ने 20 जून से काम बंद कर दिया है.

कंपनी बंद होने से रोजाना लाखों का घाटा झेल रही जालान फैक्ट्री प्रबंधन ने एक प्रेस वार्ता में मजदूरो को 48 घंटे में काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया है और ऐसा नहीं करने पर कंपनी लॉक आउट (तालाबंदी ) कर देने की चेतावनी दी है.

प्रबंधक राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया की मजदूरो के काम बंद करने से कारखाना का उत्पादन ठप्प है उत्पादन नहीं होने की हालत में भी प्रतिदिन बिजली का खर्च तीस हजार, बैंक का ब्याज तीस हजार, मैंटेनेस खर्च तीस हजार एव अन्य खर्च पंद्रह हजार यानी कुल मिलाकर एक लाख पच्चीस हजार से डेढ़ लाख रुपया प्रतिदिन नुक्सान झेल रहा है

उन्होंने कहा कि उत्पादन नहीं होने और खर्च जारी रहने से कंपनी की आर्थिक स्तिथि काफी ख़राब हो गयी है. जिससे विवस होकर कंपनी बंद करने के सिवा कोई चारा नहीं बचा है.

बता दे की इससे पहले भी 22 दिसंबर 2016 में भी कंपनी ने लॉक आउट कर दिया था. लेकिन मामला श्रम विभाग में जाने के बाद कंपनी चालु तो कर दिया गया लेकिन ठेका पर काम करने वाले सैकड़ो मजदूरो को हफ्ते में सिर्फ दो ही दिन ड्यूटी दिया जाने लगा.

महीने में आठ दिन की हाजरी मिलने से मजदूरो की हालत भी दयनीय हो गयी और मजदूरो ने इधर 20 जून से अपनी मानगो को लेकर आन्दोलन शुरू करते हुए काम बंद कर दिया. जिनका समर्थन कंपनी के परमानेंट और अपरेंटिस मजदूरो ने भी किया है  

कैलाश गुप्ता (मीडिया प्रभारी जेवीएसएस)- तानाशाही रैवैया अपनाते हुए जालान प्रबंधन मनमानी कर रहा है. मामला श्रम न्यालय में है.

11 तारीख को वार्ता के लिए श्रम न्यायालय में दोनों पक्षों को बुलाया गया है. श्रम न्यायालय के आदेशानुसार ही मजदुर आगे की रणनीति बनायेंगे. 

Web Title : JALAN MANEGMENT