एकल सिखा रहा जीवन जीना : मोहन भागवत

धनबाद : जीवन जीना सिखाना एक कठिन कार्य है. एकल अभियान यह लोगों को सिखा रहा है. यह कार्य होना ही है. इसलिए कि इसके पीछे भगवान हैं. हमारे कार्यकर्ता सिर्फ एक्टिविस्ट नहीं. वे एक प्रण को लेकर चलते हैं.

कभी रुकना-छिपना भी पड़े तो हर्ज नहीं. हमें अपना प्रण याद रखना है. लड़ाई मत छोड़ना.

उन्होंने याद दिलाया कि राम ने हनुमान की शक्ति से ही काम किया. काम करना है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संचालक श्री मोहन भागवत ने मंगलवार को एकल संगम के समारोह में यह बात कही.

नए भारत के निर्माण के इस महत्वपूर्ण कार्य में लगे देशभर से आए कार्यकर्ताओं और इस अभियान में लगे देश-विदेश के लोगों को वे संबोधित कर रहे थे.

श्री भागवत ने कहा कि लोगों को अपने नेतृत्व क्षमता पर अधिक गुमान नहीं करना चाहिए. यह उसी तरह है जैसे उंट अपने गले से बंधी रस्सी किसी चूहे को थमा दे.

तात्पर्य यह कि चूहा भी उंट के ही निर्देश से चलेगा. नहीं तो वह गड्ढे में चला जाएगा.

इससे पूर्व समारोह को विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक श्री अशोक सिंघल ने कहा कि एकल अभियान भारत के चरित्र निर्माण के लिए ब्रह्मास्त्र है.

इस अभियान से भारत फिर से विश्व गुरु बनेगा. इस देश का सम्मान लौटेगा. उन्होंने कहा कि भारत में निःशुल्क शिक्षा, निःशुल्क आरोग्य और निःशुल्क की व्यवस्था थी.

लेकिन विदेशी हमलावरों ने हमारी शक्ति छिन्न-भिन्न कर दी. देश में कोई झूठ नहीं बोलता था. चोरी नहीं होती थी. यहां लोग सन्यास लेते थे.

विदेशियों ने यहां की शिक्षा व्यवस्था को छिन्न-भिन्न किया. लोगों का चरित्र खराब हो गया. दृष्टि बदलने की हमारी ताकत है एकल अभियान.

यह मामूली अभियान नहीं है. इस अभियान से जाग्रति आयी है. नहीं तो हम सोच ही नहीं सकते थे कि भारत में एक स्वाभिमानी सरकार बनेगी.

उन्होंने कहा कि एकल अभियान से समाज में वैदिक सनानत व्यवस्था आएगी. वैदिक संस्कृति सनातन धर्म के आधार पर यह देश फिर से खड़ा होगा.

फिर उन्होंने पूछा-वेद क्या है. फिर जवाब भी उन्हीं ने दिया. कहा कि वेद हमारी चेतना के अंदर है.

कार्यक्रम की शुरूआत में एकल विद्यालय मीडिया ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया. इसमें एकल के कार्यों और योजनाओं की झलक थी.

अभियान के बच्चों की प्रतिभा और सरकारी स्कूल के बच्चों की प्रतिभा का थर्ड पार्टी एसेसमेंट का भी नतीजा बताया गया जो काफी उत्साहवर्द्धक हैं.

इसके अलावा एकल अभियान के विभिन्न संभागों के प्रमुखों ने भी अपने काम और उसके नतीजे का ब्योरा दिया.

यह भी बताया कि देश में आज डिजीटल इंडिया की बात है जबकि, एकल के सारे कार्यों का डिजीटलाइजेशन कई वर्ष पहले ही हो गया है.

श्री श्यामजी गुप्त ने एकल अभियान की अब तक की यात्रा पर प्रकाश डाला.

श्री बजरंग बागड़ा ने एकल अभियान के पूरे सांगठनिक ढ़ाचे और उसके क्रियाकलापों का विवरण दिया. कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र से हुआ.

Web Title : MOHAN BHAGWAT SPEAKS AT EKAL VIDYALAYA PARINAM KUMBH