30 साल बाद दिन के 11 बजे खुला कृषि बाजार

धनबाद : लगभग 30 साल बाद कृषि बाजार की दुकानें समय से पहले खुलीं. समय से पहले पहुंचे ग्राहक और समय से पहले शुरू हो गया कारोबार. कृषि बाजार समिति का नजारा बदला-बदला सा था.यहां तमाम कारोबारी लेन-देन समय से पहले शुरू हुए. 30 साल बाद बाजार समिति की दुकानें छह घंटे पहले खुलीं. बोर्ड के निर्णय के पहले दिन कृषि बाजार की 21 दुकानें नए समय पर खुलीं.

दिन के 11 बजे ही कृषि बाजार समिति परिसर गुलजार हो गया. ग्राहकों को खरीदारी के लिए अधिक समय मिला. टुंडी और तोपचांची से आने वाले कारोबारी छह घंटे पहले दुकानें खुलने से अधिक खुश नजर आए. इसका असर कारोबार पर भी दिखा. कारोबार में 15 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया. इससे पहले दोपहर 3 बजे के बाद दुकानें खुलने पर कारोबार के लिए कम समय मिलता था.

3 से 5 घंटे ही कृषि बाजार समिति में चहल-कदमी रहती थी. दिन के 11 बजे दुकानें खुलती हैं, तो खरीद-बिक्री करने के लिए 5 से 8 घंटे का वक्त मिलेगा. कृषि बाजार समिति से खरीदारी करने के लिए गिरिडीह, जामताड़ा और बोकारो से कारोबारी आते हैं.टुंडी और तोपचांची जैसे उग्रवाद प्रभावित इलाकों से भी दुकानदार यहां आते हैं.

जल्दी दुकानें खुलने पर वे खरीद-बिक्री कर घर लौट पाएंगे. बाजार समिति चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव विकास कंधवे ने बताया कि साल 1984 में बाजार समिति अस्तित्व में आया. साल 1985 तक बाजार समिति की दुकानें दिन के 10 बजे खुलती थीं.धीरे-धीरे दुकान खुलने का समय बढ़ता गया. साल 1986 के बाद ऐसा दौर आया कि यहां की दुकानें दोपहर 3 बजे के बाद खुलने लगीं.बाजार 3 से 5 घंटे का ही रह गया.

Web Title : OPEN AGRICULTURAL MARKET AFTER 30 YERAS