फार्मासिस्ट की बाध्यता खत्म करने की मांग

धनबाद : दवादुकानों में फार्मासिस्ट की बाध्यता समाप्त करने की मांग धनबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने उठाई है. एसोसिएशन की जोड़ाफाटक रोड में रविवार को हुई आमसभा में सरकार से यह मांग की गई. आमसभा में धनबाद और आसपास के क्षेत्रों के करीब 400 दवा दुकानदारों ने भाग लिया.

सभा में वक्ताओं ने कहा कि वर्ष 1940 में दवा दुकानों में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता संबंधी कानून बनाया गया था. तब दवाएं मिक्सचर विधि से दी जाती थीं. अब सभी दवाएं रेडिमेड आती हैं. ऐसे में 74 साल पुराने कानून में बदलाव जरूरी है. इससे कारोबार में भी सुविधा होगी.

सभी दुकानदारों ने इसपर सहमति जताई और इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव से मिलने का निर्णय लिया. कहा कि यदि बातचीत से काम नहीं बनता, तो आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी. आम सभा की अध्यक्षता राजेश दुदानी ने की. जबकि इसमें संयुक्त सचिव अजय कुमार वर्णवाल, पूर्व अध्यक्ष लव कुमार कामरा, सुरेंद्र ठक्कर, शैलेश सिंह, चंद्रशेखर सिंह भी शामिल हुए.

 

दवाकारोबारियों पर हमले पर जताई चिंता

दवाकारोबारियों पर हो रहे हमले और उसे रोकने के उपायों पर भी आमसभा में चर्चा हुई, खासकर खुदरा दवा कारोबारियों से थोक विक्रेताओं द्वारा कलेक्शन के दौरान होने वाली मारपीट पर. अक्सर कलेक्शन करने वाले लोगों पर हमला कर उनसे पैसे छीन लिए जाते हैं. सहमति बनी कि दुकानदार चेक से पेमेंट करने की व्यवस्था करें. आमसभा के दौरान कार्यशाला भी हुई, जिसमें दुकानदारों को सेल टैक्स के नए नियमों की जानकारी दी गई.

 

खंडेलवालबने प्रभारी कोषाध्यक्ष

आमसभा केदौरान सर्वसम्मति से शिवशंकर खंडेलवाल को एसोसिएशन का प्रभारी कोषाध्यक्ष बनाया गया. अधिकारियों ने बताया कि कोषाध्यक्ष महेश शर्मा की तबीयत खराब रहती है. ऐसे में एसोसिएशन के कामकाज के नियमित संचालन के लिए खंडेलवाल को प्रभारी कोषाध्यक्ष बनाया गया है.

Web Title : PHARMACISTS SEEKING TO OBLIGATION SOUGHT TO ELIMINATE