दूसरे के एटीएम से रकम निकालने वाला गिरोह पुलिस के गिरफ्त में

धनबाद : दूसरे के एटीएम से रकम निकाल कर मौज उड़ाने वाले एक गिरोह का धनबाद पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने दबोचा है जबकि गिरोह के अन्य सदस्यों की छानबीन में पुलिस जुट गई है.

पकड़े गए दोनों युवक शमशेर नगर पांडरपाला के रहने वाले हैं और यह गिरोह धनबाद ही नहीं बल्कि बाहर के राज्यों में लोगों को शिकार बनाते थे.

डीएसपी प्रशिक्षु जयदीप लकड़ा और धनबाद इंस्पेक्टर श्रीकांत उपाध्याय ने बताया कि शमशेर नगर पांडरवाला निवासी इम्तियाज और सलाहउद्दीन को पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान पकड़ा था.

दोनों युवकों की तलाशी लेने के बाद इनके पास से चार एटीएम कार्ड बरामद किए गए.

इनसे बरामद तीन कार्ड उड़ीसा के रहने वालों के थे. पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर डीएसपी प्रशिक्षु ने कार्ड की छानबीन शुरू की.

इस दौरान मिले तथ्य हैरान करने वाले थे. पता चला कि एक एटीएम उड़ीसा केंद्रा पाड़ा की रहने वाली विशनु प्रिया साहू की है. इससे 29 हजार रुपये की निकासी की गई.

दूसरा एटीएम जाजपुर उड़ीसा के रहने वाले अंतरमय समन का है जबकि तीसरा एटीएम टुंडा साहू का है.

इस एटीएम से चार दिन पूर्व ही 79 हजार रुपये की निकासी इन लोगों के दरा की गई थी. इन तीनों ने उड़ीसा के विभिन्न थानों में एटीएम चुरा जाने का मुकदमा दर्ज कराया है.

इधर पकड़े जाने के बाद इन लोगों ने पुलिस को बताया कि ये लोग धनबाद को छोड़ कर अपराध को अंजाम देते थे.

बंगाल, उड़ीसा, आंध्रपदेश के लोगों को शिकार बनाते थे. सलाहउद्दीन साकची से और इम्तियाज झारग्राम से जेल जा चुका है.

धनबाद पुलिस इन दोनों के जिले में किए गए अपराध की भी तफ्तीश कर रही है.

फिलहाल थाने में इनके खिलाफ चोरी के सामान के रंगेहाथ पकड़ा जाना और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.

इनके पास से एक बाइक, क्विक फिक्स, बैंक खाता, पासबुक,चेकबुक आदि जब्त किया गया है.

 

एटीएम से ही करते थे रकम ट्रांसफर

गिरोह एटीएम की हर जानकारी से पूरी तरह वाकिफ है. पुलिस छानबीन में पता चला है कि ये लोग एक तरफ एटीएम से रकम निकालते थे और वहीं दूसरे एटीएम से ये रकम अपने ही खाते में ट्रांसफर कर लेते थे.

इसके बाद रकम निकालते थे. एक महीने के दौरान इनके बैंक खाते में ढाई लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है. इसमें दो लाख रुपये खर्च कर दिए गए हैं.

 

क्विकफिक्स लगा टपाते थे रकम

एटीएम उड़ाने के लिए ये गिरोह दो तरीके का इस्तेमाल करता था. पहला एटीएम की एक खास बटन पर क्विकफिक्स लगा देते थे.

इस कारण रकम निकालने की सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी रकम नहीं निकलती थी.

बाहर खड़ा रह कर ये लोग शिकार के वहां से निकलते ही क्विकफिक्स हटा कर रकम निकाल लेते थे.

वहीं एटीएम के बारे में कम जानकारी रखने वालों को मदद की बात कहकर उनके एटीएम बदल लेते थे और उसमें से रकम निकाल लेते थे.

Web Title : POLICE ARREST CRIMNALS WHO WHITDRAW MONEY FROM OTHERS ATM