छापेमारी के दौरान फर्जी बैंक अधिकारियों का गिरोह गिरफ्तार

पुलिस के हत्थे चढ़े फर्जी बैंक अधिकारियों का गिरोह
लोगों को बैंक अधिकरी बन कर मोबाइल पर लगाते थे चुना
एटीएम का पिन नंबर ले कर, कर देते थे एकाउंट खाली
पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़ा यह अंतर-राज्यीय गिरोह


धनबाद : साईबर अपराध की गुप्त सूचना पर बरोरा पुलिस ने दिनांक 01-09-14 को गणेश मण्डल के मुराईडीह कालोनी स्थित आवास पर छापेमारी कर राजकुमार मण्डल तुलसी मण्डल और दिनेश कुमार मण्डल को गिरफ्तार किया. अनुसंधान में पुलिस को पता चला कि यह एक संगठित गिरोह है बैंक खाताधारीयों को जाली सिम कार्ड के द्वरा फोन कर एटीएम अधिकारी बताकर मोबाईल सफ्टवेयर एवं इन्टरनेट की मदद से जालसाजी कर पैसे ट्रान्सफर करते थे.

अपराधी ट्रान्सफर किए गए पैसे का इस्तेमाल लोगों के मोबाईल रिचार्ज करने में किया करते थे. अपराधी जिन लोगों के मोबाईल पर रिचार्ज करते थे उनसे रिचार्ज के आधे पैसे ही लिए जाते थे. बकौल पुलिस इनका नेटवर्क झारखण्ड के विभिन्न जिलों के अलावे देश के अन्य राज्यों में भी फैले हुआ है.

धनबाद जामताड़ा गिरिडीह देवघर सूरत दिल्ली बंगाल बिहार उड़ीसा समेत कई राज्यों में फैला हुआ है.सबकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है, यह शिक्षित है, ये तेज तर्रार है, कंप्युटर और मोबाइल को खिलौने की तरह इस्तेमाल करते है. किंतु इसका सार्थक इस्तेमाल करने की जगह इन्होंने इसका ऐसा इस्तेमाल किया एक साथ 1आठ राज्यों की पुलिस माथा खपाती रही.

किंतु इन तक दो वर्षों तक नहीं पहुंच पायी. जब पुलिस इन पहुंची तब टेकनलॉजी की जानकरी एक बार के लिए आवाक रह गई. मंगलवार को साइबर क्राइम के सुरमाओं का यह गिरोह धनबाद के बरोरा थाना के हत्थे चढ़ गया. बरोरा पुलिस ने फर्जी बैंक अधिकारियों के इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया. इन तीनों अपराधियों फर्जी बैंकअधिकरी बनकर आठ राज्यों के लोगों को मोबाइल के माध्यम से ठगी का शिकार बनाया है.

 

कौन कौन हुए गिरफ्तार

गुप्त सूचना के आधार पर बरोरा पुलिस ने दिनांक बीती रात मुराईडीह कॉलोनी में गणेश मण्डल के मकान में किरायेदार के रूप में रह रहे तीन युवकों राजकुमार मण्डल 24 वर्ष, तुलसी मण्डल (23) और दिनेश कुमार मण्डल (25) को गिरफ्तार किया. पुछताछ में पुलिस को पता चला कि यह एक संगठित गिरोह है बैंक खाताधारीयों को बैंक अधिकारी बन कर फोन कर ठगी करते थे. इस काम वे जाली सिम का इस्तेमाल करते थे.

 

कैसे करते थे अपराध

बैंक खाताधारियों को फोन यब बताते थे कि आपके एटीएम का पीन नंबर बदल दिया गया है. अपने एकाउंट को कनफर्म करने के लिए पुराना पीन नंबर बताये. अधिक्तर लोग इनके झांसे में आकर अपना पिन नंबर बता देते थे. इसके बाद ये अपराधी नेट बैंकिंग और मोबाईल सफ्टवेयर की मदद से जालसाजी कर भुक्तभोगियों के एकाउंट से पैसा ट्रान्सफर करवा लेते थे.

 

अपने एकाउंट में नहीं करवाते थे ट्रांसफर

यह अपराधी काफी शातिर है, यह कहना धनबाद एसपी हेमंत टोप्पो का. बाघमारा में इस गिरोह के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ने कही. उन्होंने बताया कि
ये शातिर अपराधी पकड़े जाने के डर से भुक्तभोगियों का पैसा अपने एकाउंट में ट्रांसफर नहीं करवाते थे. वे इन पैसों से टेलीकॉम कंपनियों से रिचार्ज करवाते थे. बाद दुसरों का मोबाइल करते थे.
रिचार्ज करने के लिए ग्राहकों को 50 फीसदी छुट देते थे. इस कारण अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े थे.

 

कहां कहां किया अपराध

एसी हेमंत टोप्पो ने बताया कि इनका नेटवर्क झारखण्ड के विभिन्न जिलों के अलावे देश के आठ राज्यों में भी फैला हुआ है. झारखंड में धनबाद, जामताड़ा, गिरिडीह और देवघर के अलावा गुजरात, दिल्ली, बंगाल, बिहार, उड़ीसा और राजस्थान के लोगों को इन लोगों ने ठगी का शिकार बनाया है.

इत्तेफाक से चढ़े पुलिस के हत्थे

साइबर क्राइम के इस गिरोह के उद्दभेदन में पुलिस के मुखबिर का बड़ा हाथ रहा. पुलिस को मुखबिर से इस गिरोह के कुछ सदस्यों बता चला. इसके बाद छापेमारी की गई. खुद एसपी हेमंत टोप्पो बताते है, इनकी गिरफ्तारी का पूरा श्रेय मुखबिर को जाता है, नहीं तो पुलिस की साइबर टीम की तकनीक से कहीं अधिक नई तकनीक का प्रयोग ये अपराधी कर रहे थे.

उन्होंने बताया कि बुधवार को पुलिस इन्हें कोर्ट में पेश करेगी. इन्हें रिमांड पर लेकर इनके गिरोह के दुसरे सदस्यों की जानकारी ली जायेगी.

 

क्या क्या हुआ बरामद

इस गिरोह के द्वारा फर्जी तरीके से विभिन्न बैंक खातों से करोड़ों रूपये की निकासी की गई है. इनके पकड़े जाने से अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है और पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने इनके पास से कई मोबाईल पाकेट नोटबुक एटीएम कार्ड आदि बरामद किए हैं. इस दौरान पुलिस ने एक अपराधी से इसका डेमो करवाया दिखाया कि कैसे ये लोगों को ठगा करते थे.

 

 

Web Title : POLICE OFFICERS ARRESTED BOGUS BANK ROBBERS DURING RAID