सरगना समेत सात साइबर क्रिमिनल गिरफ्तार

धनबाद :  धनबाद पुलिस ने साइबर क्राइम के अंतरराष्ट्रीय गिरोह को दबोचकर बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने सरगना समेत गिरोह के सात सदस्यों को बिरसा मुंडा पार्क व वासेपुर इलाके से गिरफ्तार किया है.

अपराधियों के पास से साढ़े 20 हजार नगद, लैपटाप, दस मोबाइल, एटीएम कार्ड स्विप मशीन, डोंगल, विभिन्न बैंक के सात पासबुक, 14 एटीएम कार्ड, 19 चेकबुक, छह ड्राइविंग लाइसेंस, पेनकार्ड समेत अन्य दस्तावेज हाथ लगे हैं इन शातिरों में मनीष रजक, मंतोष दास, विश्वजीत दास, कपिलदेव दास, प्रदीप दास, निरंजन दास व शाह एय्याज खान शामिल है.

एय्याज खान वासेपुर का रहनेवाला है जबकि अन्य सभी जामताड़ा के हैं. इनमें से गिरोह का सरगना मनीष रजक मर्चेट नेवी में ढाई लाख महीने के पैकेज में नौकरी करता था. नौकरी से अधिक रकम वह ठगी से कमाने लगा तो उसने नौकरी छोड़ दी और साइबर ठगी का गिरोह बना लिया.

इनके पास से स्क्रील नामक विदेशी पासवर्ड हैकर साफ्टवेयर भी बरामद किया गया है. उस साफ्टरवेयर के जरिए यह गिरोह भारतीय मुद्रा को डालर में तब्दील कर शेयर ट्रेडिंग में लाखों लगाते थे.

पुलिस का दावा है कि इस गिरोह का नेटवर्क विदेशी बिचौलिए से जुड़ा है और उसी के जरिए गिरोह ने स्क्रील साफ्टवेयर हासिल की है. मनीष रजक व कपिलदेव दास गिरोह के किंगपिन बताए जाते है.

एसएसपी मनोज रतन चोथे ने कहा कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि साइबर क्राइम से जुड़े अपराधी धनबाद आए हैं. सदर इंस्पेक्टर अखिलेश्वर चौबे के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गयी जिसने बिरसा मुंडा पार्क के पास एक ठिकाने से पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया.

पूछताछ के दौरान उनकी निशानदेही पर वासेपुर करीमगंज में छापेमारी की गई जहां से एय्याज खान को पकड़ा गया. उनसे पूछताछ के बाद पुलिस अन्य सदस्यों की तलाश में जामताड़ा गयी जहां से कपिलदेव दास को गिरफ्तार किया गया.

गिरोह ने वहां एक कमरे में साइबर क्राइम का सेटअप तैयार किया था. वहां से गिरोह के सदस्य झारखण्ड, बिहार समेत देश के अन्य राज्यों के लोगों को चूना लगाते थे. 

Web Title : SEVEN CYBER CRIMINAL INCLUDING KINGPIN ARRESTED