निरसा की हार बड़ा झटका

निरसा : तमाम कोशिशों और जीत के हर दांव आजमाने के बाद भी निरसा से भाजपा प्रत्याशी गणेश मिश्रा की हार तमाम जीत और बहुमत के आंकड़े के बाद भी भाजपा को करारा झटका दे गया.

इस सीट को संघ ने अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ा और गणेश मिश्रा की जीत के रास्ते बनाने के तमाम इंतजाम किए.

रणनीति में कहीं चूक नहीं थी.

पर परिणाम बता गया कि निरसा और चिरकुंडा के शहरी और बाजार वाले इलाके के जिन वोटरों को भाजपा अपने ब्रांड का मान रही थी, शायद उन्हीं वोटरों ने पाला बदल लिया.

इन इलाकों में लोकसभा चुनाव में भाजपा को अच्छी बढ़त थी.

पर विधानसभा चुनाव में ऐसे वोटरों ने परंपरागत तौर पर अरूप को चुना.

जबकि,संघ से गहरे जुड़े गणेश मिश्रा के जीतने पर उनके महत्वपूर्ण पद पर काबिज होने की अटकलें थी.

प्रेक्षक बोलते हैं कि उक्त अटकलें ही उनके विरोधियों को रास नहीं आयी.

उन्होंने ही उनकी हार का पलीता लगाया.

विरोधी किसी भी कीमत पर उनका राजनीतिक कद बढ़ने देना नहीं चाहते थे.

हालांकि, काफी समय से लोग निरसा का परिणाम देख चकित होते हैं.

यहां लोकसभा चुनाव में भाजपा को बढ़त मिलती है पर विधानसभा में करामात दूसरी पार्टी कर जाते हैं.

Web Title : WHY BJP DEFEATED IN NIRSA