नन बैंकिंग कंपनी रेमल के ठिकानों पर पर सीबीआइ का छापा

धनबाद : ननबैंकिंग रेमल इंडस्ट्रीज की चिरकुंडा ब्रांच से 25 करोड़ रुपए गबन के मामले रांची से सीबीआई की टीम शुक्रवार को कुमारधुबी पहुंची. शनिवार को शिकायतकर्ता कुमारधुबी निवासी एजेंट रंजीत कुमार वर्मा सहित अन्य एजेंटों से घंटों पूछताछ की. वर्मा ने 25 करोड़ रुपये गबन से संबंधित सबूत टीम को उपलब्ध कराए.

वहीं निवेशक पावन साव ने दो लाख, शंकर दयाल साव ने पांच हजार, माला देवी ने एक लाख छह हजार, अभिकर्ता गोपाल गोराई ने 15 लाख, अनिल गोराई ने 3.5 लाख, जवाहर सिंह ने 16 लाख, बबलू कुमार ने आठ लाख, नवीन मिश्रा ने 7 लाख, राजेन्द्र साव ने 5 लाख के निवेश की जानकारियां टीम को दी.

टीम ने उपरोक्त लोगो से निवेश के बदले प्राप्त दस्तावेज की छायाप्रति भी ली. बता दें कि 15 सितम्बर 2013 को तत्कालीन एसपी अनूप टी मैथ्यू के आदेश पर एजेंट रंजीत कुमार वर्मा की लिखित शिकायत पर चिरकुंडा थाना में गबन का मामला दर्ज हुआ था.

नन बैंकिंग रेमल के सीएमडी (निदेशक) भतरापल्ली, बारासात दक्षिण, 24 परगना निवासी रामेश्वर पोद्दार सहित कुमारधुबी एवं उसके आसपास के 15 लोगों पर गबन का आरोप लगाया गया था. मामले में पुलिस ने चिरकुंडा ब्रांच मैनेजर कुमारधुबी निवासी सत्येंद्र यादव एवं एक अन्य आरोपी मुगमा इंदिरा कॉलोनी निवासी संतोष पाठक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. निदेशक रामेश्वर पोद्दार सहित अन्य नामजद फरार हैं.

Web Title : CBI INVESTIGATION TEAM ARRIVED FROM RANCHI TO INVESTIGATE 25 CRORE EMBEZZLEMENT CASE