अस्ताचलगामी सूर्य को श्रद्धा के साथ छठ संपन्न

राजगंज : करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक भगवान भास्कर की आराधना का चार दिवसीय महापर्व ‘छठ’ सोमवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ. जिसके बाद बुधवार को खरना के दिन व्रतधारी दिन भर उपवास रखकर शाम को खीर-पूड़ी का नैवेद्य चढ़ाएं. शुक्रवार को व्रती व श्रद्धालु अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य दिए.


राजगंज क्षेत्र में लोक आस्था के पर्व छठ पर धावाचिता नदी, दलुदीह छठ तलाब, बोराबाँध तालाब, गल्ली कुल्हि सहित आधा दर्जन तालाबों को सजाया गया था. छठ के कारण पुरे क्षेत्र का माहौल भक्तिमय था. उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का गुरुवर को समापन हो गया. सुबह व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. इससे पहले बुधवार को व्रती धावाचिता नदी, दलुदीह छठ तालाब, बोराबाँध तालाब, गली कुल्हि बड़का बांध सहित आधा दर्जन तालाबों मे व्रती व श्रद्धालओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को श्रद्धा के साथ अ‌र्घ्य दिए.

इस मौके पर घाटों में भारी भीड़ देखी गयी इसके लिए राजगंज क्षेत्र के दलुडीह मे श्री-श्री छठ पूजा समिति की ओर से तालाबों की साफ सफाई एवम् साजो सज्जा का इंतज़ाम कराया गया. इसमे रंगोलीया बनाई गई है एवम् लाइट ओर जनरेटर लगाया गया है.दलुडीह के श्री-श्री छठ पूजा समिति के सुनील कुमार मिस्त्री, सुशील कुमार चौरसिया, संतोष कुमार, विजय प्रसाद, महेश कुमार, मिथुन कुमार,संदीप शर्मा, संजय कुमार, सुबोध कुमार, डॉ. दिलीप कुमार, विवेक कुमार, घुलटुल कुमार, इत्यादि सदस्यो की भूमिका अहम् रही.

इसी प्रकार राजगंज के धवाचिता नदी के श्री-श्री छठ पूजा समिति की ओर से तालाबों की सॉफ सफाई कराई गई एवम् रंगोलीया बनाई गई समिति ने लोगों के सुविधा के लिए लाइट ओर जनरेटर की भी व्यवस्था थी.

 

आंतरिक अनुशासन का महापर्व छठ

पवित्रता के लिए छठ पर्व प्रसिद्ध है. यह आंतरिक अनुशासन का महापर्व है. व्रती के साथ-साथ घर के अन्य सदस्य छठ की गरिमा को देखते हुए पर्व शुरू होने से पहले ही लहसुन, प्याज खाना छोड़ देते हैं. नियम व संयम के तहत ही सारा काम होता है. अनुशासन के साथ-साथ यह आस्था से जुड़ी हुई है. पर्व के दौरान लोग उनसे कोई गलती नहीं हो जाए इस पर काफी ध्यान देते हैं.

अनुशासन ही इस पर्व का सार है. अनुशासन ही विश्वास पैदा करता है और विश्वास ही आस्था है. इसी की डोर में सब बंधे हुए हैं. अपराधी भी छठ पर्व के दौरान अपराध से तौबा कर लेते हैं. पुलिस आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान अन्य दिनों की अपेक्षा अपराध कम या शून्य हुआ करता है. यह पर्व के प्रति आस्था और अनुशासन का नतीजा है.


छठ गीतों से गुलजार बाजार

राजगंज बाजार में छठ पर्व पर आधारित सीडी की बिक्री जोरशोर से हो रही है. छठ गीतों से राजगंज के इलाक़े गुलजार होने लगी है. सूर्योपासना के पावन पर्व छठ पर अंगिका, खोरठा, भोजपुरी, मगही, मैथिली सहित कई भाषा के गीतों की सीडी से बाजार भरे हुए हैं. उनमें से सुप्रसिद्ध लोकगीत गायिका शारदा सिन्हा एवं कई कंपनियों द्वारा जारी सीडी की काफी मांग है.

 

 

: सुशील कुमार (संवाददाता, राजगंज)

 

Web Title : DECLINE IN BARUA SUN WITH REVERENCE CHATH ENDOWED