लुट से पहले डकैतों की साजिश का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

धनबाद : कतरास पुलिस ने डकैतों के एक गिरोह को दबोचने में कामयाबी हासिल की है.

इस गिरोह के सदस्य न सिर्फ धनबाद बल्कि आसपास के जिलों में भी वारदात को अंजाम दे चुके हैं.

गिरोह के पास से दो देशी पिस्तौल, एक देशी रिवाल्वर, 7 कारतूस, 5 मोबाइल, एक भुजाली और दो बाइक भी बरामद की गई है.

इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने क्षेत्र में घटित तीन बड़ी वारदातों को रोकने में कामयाबी का दावा किया है.

पत्रकारों से वार्ता के दौरान एसपी राकेश बंसल ने बताया कि कतरास थानेदार सतीश सिन्हा को गुप्त सूचना मिली थी कि कतरास बाजार हटिया में कुछ अपराधी किसी बड़े वारदात को अंजाम देने के फिराक में छिपे हुए हैं.

इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम गठित कर उन्होंने छापेमारी की तो उपरोक्त हथियारों के साथ तेलियाबांध कतरास निवासी मो. असगर अंसारी, टंडा बस्ती मिश्रा टोला निवासी सोनू मिश्रा, जामाडोबा 2 नंबर बालू डोली निवासी बलबीर सिंह उर्फ छोटू और शमशेर नगर झरिया निवासी मो. आफताब को दबोचा गया.

मो. असगर अंसारी के खिलाफ प्रारभिंक छानबीन में नौ मुकदमों की जानकारी पुलिस को हुई है.

कतरास में ही आधा दर्जन से अधिक डकैती की वारदातें उसके नाम से दर्ज हैं जबकि बेरमो में भी गृहभेदन का वह आरोपी रहा है.

इन सभी को जेल भेज दिया गया है. पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि वे इलाके में एक नहीं बल्कि कई वारदातों को अंजाम देने के फिराक में थे.

पकड़े गए अन्य तीन अपराधियों का पुलिस आपराधिक रिकार्ड खंगाल रही है.

 

शादी खर्च के लिए डालना था डाका

गिरोह के एक सदस्य का नाम रवींद्र मिश्रा है. उसकी बेटी की शादी तय हो चुकी है. शादी में खर्च करने के लिए पैसे की जरूरत थी.

इस कारण उसने ही इस गिरोह को बुलाया था. इन लोगों के पकड़ में आने के बाद वह फरार हो गया, असल में पुलिस की भनक उसे लग चुकी थी.

अब पुलिस रवींद्र की तलाश में जुट गई है.

 

निशाने पर थे क्षेत्र के दो बैंक

इस गिरोह ने इलाके के दो बैंकों को निशाने पर रखा था. बैंकों की रैकी की गई थी.

इसके साथ ही ये लोग उसे भी निशाना बना सकते थे जो बैंक से मोटी रकम लेकर निकलता और सुनसान रास्ते से गुजरता.

इलाके में दो बैंक ऐसे हैं जो एक दूसरे से काफी नजदीक हैं. इन्हें ही निशाना बनाया जाना था.

 

हत्या की भी रची थी साजिश

पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ है कि गिरोह का सदस्य असगर जल्द ही एक की हत्या करने वाला था.

उसके खिलाफ स्थानीय एक व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया था, इस बात से नाराज असगर उसकी या फिर उसके परिवार के किसी व्यक्ति को मारना चाहता था लेकिन इससे पहले वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया.

 

अपराधियों का बैकग्राउंड खंगाल रही पुलिस

पकड़ेगए अपराधियों की पुलिस आपराधिक पृष्ठभूमि खंगाल रही है. कतरास तेलियाबांध के रहने वाले असगर के बारे में पुलिस को जानकारी मिल पाई है.

इन अपराधियों का काम सिर्फ डकैती डालना है. असगर अंसारी पर 9 मामले दर्ज हैं, जिसमें सात मामले सिर्फ कतरास थाना से संबंधित हैं.

दो मामलों में एक केंदुआडीह और एक बेरमो थाना से जुड़ा हुआ है.

 

पुलिस टीम को किया गया सम्मानित

डकैतों को दबोचने वाली टीम के दरोगा चंदन कुमार सिंह, हवलदार संजय प्रसाद, आरक्षी प्रदीप कुमार चौधरी, आरक्षी दशरथ कुमार यादव, आरक्षी शशिभूषण कुमार औरपुलिस चालक कामेश्वर ठाकुर को एसपी ने रिवार्ड से नवाजा है.

Web Title : FOUR ARREST BEFORE THE ROBBERS PLUNDERED PLOT BUSTED