झरिया : झरिया-भागा मार्ग से हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं. इस मार्ग के बनियाहीर से फुलारीबाग तक के क्षेत्र में भूमिगत अग्नि व भू-धंसान का साया है. बारिश में अक्सर मार्ग के किनारे गोफ होने गैस निकलने की घटनाएं हो जातीं हैं बताते हैं कि धंसान क्षेत्र बीसीसीएल के कुजामा में आता है.
गोफ होने व गैस निकलने के बाद जैसे-तैसे उक्त स्थान की भराई कर दी जाती है. मार्ग व मार्ग के किनारे रहनेवाले कैसे सुरक्षित रहेंगे इस पर बीसीसीएल व जिला प्रशासन गंभीर नहीं है. पथ निर्माण विभाग भी सोया है. हाल में ही इंदिरा चौक के पास नाला के निकट गोफ हुआ. अभी तक उसकी भराई भी नहीं हुई है. भूमिगत आग घनी आबादी वाले इलाके में भी है.
इंदिरा चौक के पास रहनेवाले शंकर पंडित, मनोज कुमार, अशरफ खान, सुरेश विश्वकर्मा का कहना है कि यहां वर्षों से गैस निकल रही है. बीसीसीएल प्रबंधन यहां की भूमिगत आग को बुझाए. सड़क पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है.
प्रबंधन यहां शीघ्र भूमिगत आग को काबू में करने के उपाय करे. देश के पूर्व राष्ट्रपति स्व. एपीजे अब्दुल कलाम एक बार राज्य के पूर्व मंत्री समरेश सिंह के साथ झरिया की आग देखने इंदिरा चौक पहुंचे थे. तब वे राष्ट्रपति नहीं थे.
दुनिया उन्हें मिसाइल मैन व रक्षा वैज्ञानिक के रूप में जानती थी. उन्होंने कहा था कि दृढ़ इच्छाशक्ति से इस आग को काबू में किया जा सकता है. यहां फिर से हरियाली लाई जा सकती है.