एसएसएलएनटी पहुँच महुआ माजी छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज का लिया संज्ञान

धनबाद : झारखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा महुआ माजी एसएसएलएनटी कॉलेज में बीएड छात्राओं से मिलकर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज किए जाने की घटना की पूरी जानकारी ली.

सर्किट हाउस में  पत्रकारों से उन्होंने कहा कि घटना की सविस्तार जानकारी देने के बाद छात्राओं ने लिखित आवेदन भी दी.

छात्राओं को लाठी चार्ज मामले के सभी बिन्दुओं की जांच किए जाने के बाद दोषी पाए जानेवाले के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिया गया है.

 

छात्राओं ने किया प्राचार्य को हटाने की माँग

महुआ माजी से मिलकर एसएसएलएनटी के छात्राओं ने सामूहिक रूप से प्राचार्य को हटाने और लाठी चार्ज मामले में कार्रवाई की मांग की.

उन्होंने कहा कि हम लोग अपने भविष्य की चिंता को लेकर प्राचार्य से मिलने आए थे, लेकिन उन्होंने हमारी बातों को अनसुनी करते हुए हमें बाहर निकल जाने को कहा.

हम घंटों बारिश में भीगते रहे, मगर हमारी बात को नजरअंदाज कर दी गई. प्राचार्य के ही इशारे पर ही पुलिस ने लाठी चार्ज किया, इसलिए इस मामले में उचित कार्रवाई करें.

प्राचार्य को अविलंब हटाया जाए, क्योंकि हमें डर है कि इस पुरे प्रकरण के बाद कहीं हमारे अंक कम न हो जाए.

अध्यक्ष ने छात्राओं को आश्वस्त किया कि पूरे मामले की जांच करेंगी और कार्रवाई के लिए सरकार से अनुशंसा करेगी.

 

जन अदालत लगाकर फरियाद सुनी

सर्किट हाउस में जन अदालत लगाकर दर्जनों पीड़ित महिलाओं की फरियाद अध्यक्षा ने सुनी.

इस अवसर पर धनबाद के डीसी कृपानन्द झा, डीएसपी विधि व्यवस्था डीएन बंका, एसडीओ महेश संथालिया, सिविल सर्जन डॉ. अरूण कुमार सिन्हा, सभी प्रखण्ड की सीडीपीओ के अलावा जिले के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

सभी सीडीपीओ को अध्यक्षा ने महिलाओं से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए चौकस रहने का निर्देश दिया.

अध्यक्षा ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र, जेल, अस्पताल की महिला वार्ड आदि जगहों का औचक निरीक्षण किया जाएगा और जन अदालत लगाकर पीड़ितों की शिकायत सुनकर समस्या का समाधान किया जाएगा.

 

धनबाद जेल में महिला वार्ड की व्यवस्था को देख नाराज

अध्यक्षा धनबाद जेल जाकर महिला वार्ड का निरीक्षण की और महिला कैदियों से मिलकर उन सबकी समस्याओं को जाना.

पत्रकारों से उन्होंने कहा कि धनबाद जेल में महिला वार्ड की क्षमता 25 है जबकि महिला कैदी 56 हैं.

महिला कैदी तंगहाल स्थिति में जेल में रह रही हैं. कुछ महिला कैदियों के बच्चे भी हैं और वे बड़े हो रहे हैं.

उन बच्चों के लिए शिक्षा की जरूरत है, लेकिन जेल में शिक्षा व्यवस्था पर्याप्त नहीं है.

इसके लिए धनबाद के डीसी से बातचीत की गई है. डीसी ने शिक्षा की व्यवस्था किए जाने की दिशा में हामी भरी है.

अध्यक्षा ने 6 साल से जेल में बंद एक महिला कैदी का जिक्र किया जो निर्दोष है लेकिन जेल में बंद रखी गई है.

इसका एक मात्र कारण उन्होंने केस अनुसंधानकर्ता द्वारा कोर्ट में गबाही नहीं देना बतलाया.

कुछ वैसी महिला भी हैं जिनका पूरा परिवार जेल में बंद है. इस स्थिति में उस कैदी का केस लड़ने वाला कोई नहीं है.

कुछ महिला कैदियों के अधिवक्ता सुनवाई की तिथि लेने में सक्रिय भूमिका नहीं निभाते हैं. वैसी स्थिति में महिला कैदी को जेल में बंद रहना पड़ता है.

अध्यक्षा ने कहा कि इस मामले का संज्ञान लेकर डीसी से बातचीत की गई है.

इसके अलावा अध्यक्षा ने कहा कि फैशन शो करानेवाले आयोजकों को डीसी से एनओसी लेना पड़ेगा. एनओसी नहीं लेने पर आयोजन नहीं करने दिया जाएगा.

Web Title : MAHUA MANJI VISITED SSLNT COLLEGE TO MEET THE STUDENTS IN CASE OF LATHI CHARGE