नॉन-बैंकिंग कंपनी का कैशियर चढ़ा निवेशकों के हत्थे, बनाया बंधक

निरसा : निरसा थाना क्षेत्र के सासनबेड़िया गाँव में मंगलवार की देर शाम सेल्फ लाइफ इन्फ्रा इंडिया लिमिटेड नॉन-बैंकिंग कंपनी के कैशियर को निवेशको ने बंधक बनाकर अपने रुपये की मांग करने लगे.

उक्त नॉन-बैंकिंग कंपनी का कैशियर गोबिंदपुर के रतनपुरा का रहने वाला बताया जाता है.

मंगलवार को वह अपने मित्र डांगापाड़ा निवासी गोपाल दास के घर आया था.

लौटने के क्रम में निवेशको ने ग्रामीणों के सहयोग से सासनबेड़िया मोड़ के समीप उसे पकड़ बंधक बनाये रखा है.

 

क्या है मामला

सेल्फ लाइफ इन्फ्रा इंडिया लिमिटेड नामक नॉन-बैंकिंग कंपनी का मुख्य कार्यालय धनबाद रणधीर वर्मा चौक के समीप था.

वर्ष 2012 में निरसा के विभिन्न क्षेत्रो के निवेशको ने उक्त नॉन-बैंकिंग कंपनी में अपने पैसे का निवेश तत्कालिक कैशियर अर्जुन विश्वकर्मा के कहने पर उक्त कंपनी में करवाया.

लगभग दो लाख रुपये कई निवेशको ने उक्त कंपनी में निवेश करवाया.

पैसे की मियाद पूरी होने पर निवेशक वर्ष 2013 के अगस्त माह में रणधीर वर्मा चौक स्थित उक्त कंपनी के तफ्तर पहुंचे, तो वहां ताला लटका हुआ था.

उसी समय से निवेशक सम्बंधित नॉन-बैंकिंग कंपनी के अधिकारियो के तलाश में लगे रहे.

 

इनलोगों ने करवाया निवेश

उक्त नॉन-बैंकिंग कंपनी में सासनबेड़िया निवासी पप्पू साव पांच हजार, शिला देवी पांच हजार, मो० लिवास पंद्रह हजार, मिठू दास सत्तर हजार, प्रदीप बाउरी पचास हजार सहित ऐसे कई अन्य निवेशको ने अपने जीवन की गाढ़ी कमाई ऐसे नॉन-बैंकिंग कंपनियों में झोक दी है.

 

आरोप बेबुनियाद है

निवेशको के हत्थे चढ़े नॉन-बैंकिंग कंपनी के तथाकथित कैशियर अर्जुन विश्वकर्मा का काहना है की वह उक्त कंपनी का एक छोटा सा एजेंट था.

वह उस कंपनी में कैशियर के पद पर कार्य नहीं किया है.

निवेशको का आरोप बेबुनियाद है. समाचार लिखे जाने तक निवेशक उक्त कैशियर को अपने कब्जे में रख पैसे वापस की मांग कर रहे है.

Web Title : NON BANKING CASHIER CAUGHT BY INVESTER AT DHANBAD