स्थानीयता परिभाषित नहीं होने के विरोध में भूख हड़ताल

धनबाद : झारखण्ड अस्मिता जागृति ट्रस्ट के अध्यक्ष रणजीत सिंह परमार, कैलाश महतो तथा ओम प्रकाश श्रीवास्तव मंगलवार से रणधीर वर्मा चौक पर तीन दिवसीय भूख हड़ताल कर रहे हैं. इस अवसर पर रणजीत सिंह परमार ने मीडिया को बताया कि झारखण्ड राज्य की स्थापना को 14 वर्ष हो गए हैं.

जिसमें 5 मुख्यमंत्री, 3 बार राष्ट्रपति शासन और 15 मुख्य सचिवों का फेरबदल हो चुका है. लेकिन आज तक किसी भी दल ने झारखण्ड में स्थानीयता परिभाषित नहीं की. इसकी वजह से यहां का विकास पूरी तरह से बाधित रहा. बल्कि सीएनटी एक्ट लगाकर इसके माध्यम से नेताओं ने केवल अपना उल्लू सीधा किया और राज्य को पूरी तरह से लूट लिया.

रणजीत परमार ने कहा कि यहां के नेताओं ने भाई को भाई से लड़ाया और जनता को दिगभ्रमित किया. राज्य की छवि को विश्व पटल पर तार-तार कर दिया. इस अवसर पर ट्रस्ट के नितुल चन्द्र रावल, मो. मोईन रजा, प्रदीप शर्मा, संजय कुमार रवानी, अरूण कुमार राठोर व अन्य लोग उपस्थित थे.

Web Title : NOT DEFINED PAROCHIALISM IN PROTEST HUNGER STRIKE