तीन चरणों में विस्थापित किये जायेंगे भू-धंसान और अग्नि प्रभावित क्षेत्र के लोग

धनबाद: भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के अग्नि एवं भूधसान क्षेत्र में रह रहे 3700 परिवारो को कंपनी  तीन चरणों में मई 2018 तक विस्थापित करायेगी.

खाली कराने के लिए कंपनी ने चरणवार योजना को मूर्तरूप देने के लिए आदेश जारी कर दिया है. खाली करने की काररवाई को बहुत ही जल्द शुरू किया जायेगा.

इसके लिए गुप्त निर्णय से संबंधित पत्र जिला प्रशासन और जरेडा प्रबंधन को भेज दिया गया है. प्रशासन और जरेडा को कंपनी का पत्र प्राप्त हो चुका है.

पत्र के आलोक में खाली कराने की काररवाई पर पहल भी शुरू किया जा चुका है. कार्य योजना के तहत पहले चरण में ग्यारह जगहो से 400 परिवारो को नवम्बर 2011 तक हटाया जायेगा.

इसमें गोधर, कुसुंडा,एना, एनटीएसटी, एबीओसीपी, मुराईडीह, गजलीटांड, एकेडब्ल्यूएमसी, मोदीडीह, सेन्द्राबांसजोड़ा व लोयाबाद का एरिया शामिल है.

दूसरे चरण में सात स्थानों से 300 परिवारो को हटाने की काररवाई प्रारम्भ की जायेगी. इन सबों को मार्च 2018 तक खाली कराने का निर्णय लिया गया है.

दूसरे चरण में जिन स्थानो से लोगों को हटाया जायेगा उसमें घनुडीह, कनकनी, नई गोधर, कुसुंडा, आरओसीपी,एबीओसीपी, कतरास चैतुडीह, गजलीटांड का एरिया शामिल है. तीसरे और अंतिम चरण में कुल तीन हजार परिवारो को विस्थापित करने की कार्य योजना है.

इन्हे मई 2018 तक हरहाल में हटाया जाना है. तीसरे चरण में विस्थापित करने काररवाई जिन क्षेत्रो में शुरू की जायेगी उसमें 24 साइट हैं,

जिनमें एबीओसीपी, फुलारीटांड,एनएकेसी,कतरास चैतुडीह,एकेडब्ल्यूएमसी,मोदीडीह, तेतुलमारी, कनकनी, सेन्द्रा बांसजोड़ा, केन्दुआडीह, न्यूगोघर , कुसुंडा, इंडस्ट्री कोलियरी झरिया, कुस्तौर, एना इस्लामपुर, बस्ताकोला, भगतडीह, घनुडीह, कुजामा, कुइयां, जयरामपुर एवं बरारी क्षेत्र शामिल है.

उक्त 42 स्थानों में से कुछ कुछ स्थानो से पहले, दूसरे एवं तीसरे चरण में खाली कराने की काररवाई की जायेगी.

Web Title : PEOPLE WILL BE DISPLACED IN THREE STAGES AND PEOPLE OF THE FIRE AFFECTED AREA