सारदा ग्रुप के खिलाफ धनबाद पुलिस ने की कार्रवाई

धनबाद : सैकड़ों लोगों की आत्महत्या और उनके परिवार को दाने-दाने के लिए मजबूर कर देनेवाली चीटफंड कंपनियों के संचालकों के खिलाफ पुलिस ने सिकंजा कसना तो अब शुरू किया है.

पर इन कंपनियों में अपनी गाढ़ी कमायी का पैसा निवेश करनेवालों को कोई भरोसा नहीं दे पा रहा है कि उनका पैसा वापस होगा.

धनबाद जिले में अभी दो-तीन साल पहले तक चीटफंड कंपनियों की बाढ़ सी आयी थी.

सबके एक से बढ़कर एक दावे थे. तब पुलिस प्रशासन ने उन्हें नहीं रोका.

उल्टे बड़ी नन बैंकिंग के मालिक सरकार के खास बने रहे. पश्चिम बंगाल में ऐसी ही एक कंपनी सारदा ग्रुप का उदय हुआ.

इसके संचालकों पर आज सीबीआइ का सिकंजा कसा है.

इस कंपनी ने धनबाद के भी बहुत से लोगों को चूना लगाया है.

बैंक मोड पुलिस ने लोगों की शिकायत पर सोमवार को सारदा प्लेजर एंड एडवेचर लिमिटैड के डायरेक्टर सुमित कूमार को धरदबोचा.

मामला दस करोड़ के निवेश में घपलेबाजी का है.

इधर, बलियापुर में करोड़ों लेकर चंपत होनेवाली एंजल एलाइड इंडिया लिमिटेड के शाखा प्रबंधक गौतम गोराईं और रेमल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सहायक प्रबंधक कृष्ण चंद्र गोराईं को बलियापुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है.

पुलिस कार्रवाई जनता की शिकायत के करीब दो साल बाद हुई.

Web Title : POLICE TAKE ACTION AGAINST SHARDA GROUP