श्री रूद्र महायज्ञ मंत्रोच्चारण के साथ संपन्न

सुदामडीह : पाथरडीह कोल वासरी स्थित शिव मन्दिर प्रांगण मे श्री रूद्र महायज्ञ के दौरान सोमवार को भगवान शिव का का अभिशेक एवं अन्य विधान मंत्रोच्चारण के बीच संपन्न हुआ. दिन भर यज्ञ मंडप का फेरा श्रद्धालु लगाते रहे.

वही शाम मे प्रवचन कर्ता राम चंद्र शास्त्री ने प्रवचन के दौरान बताया कि भगवान समदर्षी होते है. उनके नजर जाति - पाति गरीब - अमिर एवं धर्म का भेदभाव नही होती हैं. जरूरत हैं मन को पवित्र रख कर इश्वर अराधना करने की.

वही जानकी शास्त्री अपने प्रवचन के दौरान भक्तो को बताया कि भगवान प्रेम के अधीन हैं. भक्त ध्रुव एवं प्रह्लाद ने प्रेम से ही भगवान को अपने वष मे कर रखा था. भगवान हर जगह हैं.

सुदामा जैसा दीन - हीन भगवान द्वारिकाधीस का परम मित्र था. इस दौरान भक्तिमय संगीत से श्रद्धालु भाव विरहल हुए. फालगुनी पाण्डेय रमदेव षर्मा सत्यनारायण सिंह मुकेस कुमार यादव के अलावा पाथरडीह कोल वाषरी यज्ञ सममि के सदस्य गण तत्पर थे.

Web Title : RUDRA MAHAYAJYA CONCLUDES WITH MANTRA