मौत के बाद भी शिफाली की आँखे देख सकेगी दुनिया

धनबाद : मरने के बाद भी किसी दुसरे जरूरतमंद इंसान के काम किस तरह आया जाता है ये सिद्ध कर दिखाया है धनबाद के ही शिफाली दत्ता ने.

हीरापुर की रहने वाली 71 वर्षीय शिफाली दत्ता की मौत धनबाद के एक अस्पताल में शनिवार को हो गई थी. शिफाली पिछले साल भर से साँस की समस्या से बीमार थी.

पिछले दो दिनों से उन्हें यह परेशानी काफी बढ़ गई थी. तब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और इलाज के दौरान ही उन्होंने शनिवार को आखरी सांस ली.

शिफाली की इच्छा के मुताबिक़ उनके परिजनों ने बंगाली वेलफेयर सोसाइटी से संपर्क किया और नेत्रदान के बारे में बताया. तब बंगाली वेलफेयर सोसाइटी ने धनबाद के पीएमसीएच अस्पताल से संपर्क किया.

जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने शिफाली दत्ता की आँख की जांच की जिसमे एक आँख सही नहीं पायी गयी और एक आँख को जरूरतमंद के लिए ओपरेशन के जरिये निकाला गया

 

Web Title : SHEFALI EYES CAN SEE THE WORLD AFTER DEATH