इंसानियत को सलाम : मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं - सोहराब

धनबाद : मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना यह बात धनबाद के युवा ऊधमी सह समाजसेवी पुराना बाज़ार चेम्बर के अध्यक्ष सोहराब खान पर.
आज रमज़ान का 7वां रोज़ा है, असर की नमाज़ से फ्री होकर जब वे अपनी दुकान पहुंचे थे, तभी रोटरी क्लब के सदस्य रविप्रीत सिंह सलूजा का फोन आया. 
उन्होंने बताया की बस्ताकोला निवासी 54 वर्षीय संतोषी देवी को 0-ve खून की यथाशीघ्र जरूरत है.
मौके की नजाकत को देखते हुए सोहराब ने 6.28 में इफ़्तार किया, रोज़ा पूरा कर सीधे धनबाद ब्लड बैंक पहुँचकर महिला को एक यूनिट ब्लड दिया. 
वहीं सोहराब का कहना है कि मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं की मुझे इस पाक महीने मेरे रगों का खून किसी के काम आया, यही मेरे लिए सच्ची रोजा अदायगी है. 
अगर बात इंसानियत की करें तो सभी को सोहराब के व्यक्तित्व से सीखना चाहिए, धर्म से ऊपर उठकर उन्होंने अपना खून देकर सही मायनों में 7वां रोज़ा पूरा किया. यह पहली बार नहीं है, जब भी किसी को इनकी मदद की जरूरत होती है बेहिचक लोग इनके पास अपनी परेशानियों को इनसे साझा करते है, यथासंभव सोहराब भी उनकी मदद करते है.

Web Title : SOHRAB KHAN SAID HUMANITY IS MORE IMPORTANT