थानेदार और मुंशी पर हत्या की एफआईआर

घनुडीह : उमेश सिंह की पुलिस पिटाई के बाद मौत को लेकर घनुडीह में गुरुवार शाम को जमकर हंगामा मचा.

एक तरफ जहां दंडाधिकारी की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड ने उमेश के शव का पोस्टमार्टम किया, वहीं वारदात के बाद आक्रोशित लोगों ने झरिया-बलियापुर रोड घंटों जाम रखा.

घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) डीएन बंका और सीसीआर डीएसपी रामचंद्र राम को लोगों ने खदेड़ दिया.

पोस्टमार्टम में उमेश की मौत की वजह हेमरेज शॉक निकलकर आया.

उमेश की बाईं आंख और ललाट पर घाव मिले.

मेडिकल बोर्ड का मानना है कि पिटाई से अदंरूनी अंगों को क्षति पहुंची.

इधर, लोगों के आक्रोश से पुलिस बैकफुट पर गई.

घटना के बाद घनुडीह ओपी प्रभारी हरिनारायण राम और मुंशी पवन सिंह को सस्पेंड कर दिया गया.

मृतक की पत्नी के आवेदन पर प्रभारी और मुंशी के साथ घनुडीह परियोजना पदाधिकारी सत्येंद्र कुमार के खिलाफ घनुडीह ओपी में हत्या की एफआईआर दर्ज हुई है.

उमेश सिंह की मौत के मामले में गुरुवारझरिया-बलियापुर रोड जाम रहा.

महिलाओं ने दो-दो डीएसपी और पुलिस को खदेड़ दिया.

एडीएम टीएन मिश्रा के वाहन पर पत्थर फेंके गए.

आरोपियों की गिरफ्तारी, मृतक के आश्रित को नौकरी और मुआवजा राशि पर जिच बनी रही.

मुआवजे को लेकर सांसद पीएन सिंह, झरिया विधायक संजीव सिंह, पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह, सिंदरी डीएसपी विकास पांडेय, एडीएम पीके मिश्रा,

बस्ताकोला क्षेत्र के एजेंट पी चन्द्रा, पीएम पीके मिश्रा, डीएसपी सीसीआर राम चन्द्र राम,

लॉ एंड आर्डर डीएसपी धीरेन्द्र बंका और पीड़ित परिवार के बीच वार्ता हुई.

वहीं पोस्टमार्टम होने के बाद मृतक के परिजनों ने शव को लेने से इनकार कर दिया था.

परिजनों का कहना था कि पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए लाई है तो वही घर पहुंचाए.

दो घंटे जिच के बाद परिजन माने और शव को ले गए.

रात करीब 10 बजे तय हुआ कि पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा.

बीसीसीएल में मृतक की पत्नी बबीता को स्थायी या अस्थायी नौकरी दी जाएगी.

तीनों बच्चों की शिक्षा पर खर्च होने वाली राशि बीसीसीएल देगी.

 

Web Title : THANEDAAR AND THE SCRIBE OF MURDER FIR