विडंबना: चयन के बाद निरीक्षण, सीएम राईज स्कूल के चयन को लेकर बड़ी लापरवाही!, एडीपीसी ने किया स्पॉट निरीक्षण

बालाघाट. जिले में सीएम राईज स्कूल को लेकर जिम्मेदारों की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, सीएम राईज स्कूल में चयन के बाद वीरांगना रानी दुर्गावती स्कूल का निरीक्षण गत दिवस सहायक जिला परियोजना समन्वयक आर. पी. श्रीवास्तव द्वारा किया गया. जहां उन्होंने उपलब्ध जमीन, स्कूल में संचालित कक्षाओं और लेब का निरीक्षण किया. जिसे विभाग द्वारा स्पॉट निरीक्षण का नाम दिया गया है.  

गौरतलब हो कि सीएम राईज स्कूल के चयन के लिए ब्लॉक और जिलास्तरीय टीम बनाई गई थी. जिसके निरीक्षण के बाद स्कूल का चयन किया जाना था. जिसमें निरीक्षण के बाद जिले में स्कूलो में सुविधाओं के आधार पर सीएम राईस स्कूल का चयन किया गया, लेकिन जिस स्कूल का चयन सीएम राईज स्कूल के लिए किया गया था, उस स्कूल को शामिल नहीं कर बिना निरीक्षण के वीरांगना रानी दुर्गावती स्कूल का चयन कर दिया गया. जब यह मामला अखबारों तक पहुंचा और जिम्मेदारों की जिम्मेदारी को लेकर समाचारों को प्रकाशन किया गया, तब कहीं जाकर शिक्षा विभाग के जिम्मेदारो को याद आया है कि बिना निरीक्षण के चयनित स्कूल में शामिल वीरांगना रानी दुर्गावती का निरीक्षण अनिवार्य है, जिसके बाद एडीपीसी आर. पी. श्रीवास्तव की टीम द्वारा गत 6 दिसंबर को स्कूल का स्पॉट निरीक्षण किया गया और स्कूल में उपलब्ध कक्षा, प्रेक्टिल लेब, खाली जगह की जानकारी ली गई. इस दौरान स्कूल के प्राचार्य श्री तुरकर सहित स्कूल शिक्षक मौजूद थे.

स्पॉट निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी भी मानते है कि वीरांगना रानी दुर्गावती स्कूल में सीएम राईज जैसे स्कूलों के आवश्यक उपलब्ध जगह नहीं है, वहीं वर्तमान में स्कूल के सामने की शासकीय जमीन शासन की प्रक्रिया अनुसार विक्रय हो जाने से सामने का मार्ग पूरी तरह से निजी भू-स्वामी द्वारा बंद कर दिया जायेगा. ऐसी स्थिति में स्कूल के पास बाधा रहित एक केवल एक मार्ग है, जिसे कभी देश के पीएम के मुख्यालय पहुंचने पर वीवीआईपी के प्रवेश के लिए तत्कालिक तौर पर बनाया गया था. जो उस कार्यक्रम के बाद कभी खुला नहीं है, जहां से यदि स्कूल के छात्र-छात्राओं का आना जाना होता है, तो इसका सीधा प्रभाव उत्कृष्ठ विद्यालय के खेल मैदान में पड़ेगा. जिसको लेकर खिलाड़ी अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं, हालांकि वीरांगना रानी दुर्गावती स्कूल के सीएम राईज स्कूल में चयनित होने के बाद स्पॉट निरीक्षण करने पहुंचे, एडीपीसी ने विश्वास दिलाया है कि निरीक्षण की पूरी विस्तृत रिपोर्ट वह आयुक्त, लोक शिक्षण संचानलनालय को भिजवायेंगे.

यहां यह बताना देना लाजिमी है कि वीरांगना स्कूल के बनने पर उसे उत्कृष्ट विद्यालय की ओर से 2 एकड़ जमीन दी गई थी. जिसमें स्कूल का भवन बना है और कुछ खाली जगह पड़ी है. वहीं एक अन्य लेब का काम भी उसी खाली भूमि पर हो रहा है. जबकि सीएम राईज स्कूल के लिए कम से कम 3 एकड़ की भूमि आवश्यक है, यही नहीं बल्कि उसके लिए बाधा रहित मार्ग भी जरूरी है. जबकि वीरांगना स्कूल इन दोनो मापदंडो में काफी पीछे है, जहां स्कूल के पास न तो पर्याप्त भूमि है और वर्तमान में प्रवेश द्वार को लेकर स्कूल असंमजस की स्थिति में है.  

मुख्यालय में सीएम राईज की मूल अवधारणा को साकार करने की अपेक्षा कुछ विघ्नसंतोषी की गैर जिम्मेदाराना कार्यप्रणाली के कारण संकुचित परिसर और प्रवेश द्वार की समस्या से जूझ रहे स्कूल वीरांगना रानी दुर्गावती स्कूल को सीएम राईज स्कूल के लिए चयनित कर दिया गया. जबकि शहर का हर नागरिक चाहता है कि मुख्यालय में मिल रही बड़ी सौगात अपनी मूल अवधारणा के साथ साकार हो. जिसको लेकर जनप्रतिनिधियों पर अब उनका भरोसा कम और जिले के प्रशासन की कमान संभाल रहे संवेदनशील कलेक्टर पर ज्यादा है और जनता के प्रतिनिधि के रूप में प्रेस से चर्चा करते हुए कलेक्टर डॉ. गिरीश मिश्रा ने भी आश्वस्त किया है कि इस मामले में वह जिला शिक्षा अधिकारी से चर्चा करेंगे. जिसके बाद शहरवासियो को मिल रहे सीएम राईज स्कूल के उचित चयन को लेकर आस जागी है.


इनका कहना है

आज हमारी टीम द्वारा स्कूल का स्पॉट निरीक्षण किया गया. जिसमें स्कूल के पास उपलब्ध खाली जगह, कक्षा और लेब का निरीक्षण किया गया है. जिसकी एक विस्तृत रिपोर्ट बनाकर आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनालय को भेजी जायेगी.  

आर. पी. श्रीवास्तव, एडीपीसी, शिक्षा विभाग  


Web Title : IRONY: INSPECTION AFTER SELECTION, MAJOR NEGLIGENCE OVER SELECTION OF CM RISE SCHOOL!, ADPC CONDUCTS SPOT INSPECTION