लांजी. जनपद क्षेत्र लांजी अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत चिखली में गांव की सड़क, बारिश होते ही कीचड़ से लथपथ हो गई है. जानकारी के मुताबिक कबीर चौक से नहर निकलने वाला लगभग 1 किलोमीटर मार्ग कीचड़ में तब्दील हो गया है. इस रास्ते में वाहनों की बात तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. इस सड़क निर्माण की खातिर ग्रामीणों ने कई बार ग्राम के सरपंच सचिव से गुहार लगाई, परंतु सड़क निर्माण के लिए कोई सकारात्मक पहल नहीं हो सकी. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम में स्थानीय सरपंच नहीं होने से उन्हें हमेशा ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ग्राम सरपंच घरश्याम धामने जो ग्राम गोर्रे में निवास करते है कभी ग्राम चिखली में व्याप्त समस्याओं पर ध्यान नहीं देते है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. स्कूल शुरू हो गए है और अब स्कूली बच्चे स्कूल जाने में इस रास्ते से सफर करने में कतराते हैं. वहीं सड़क पर कीचड़ और गड्ढे होने से कभी भी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. जिसको लेकर आज ग्राम चिखली के लगभग एक दर्जन परिवार के लोग आक्रोशित हो गए और सरपंच सचिव पर सौतेला व्यवहार किये जाने का आरोप लगाकर पंचायत परिसर में जमकर हल्ला मचाया.
पंचायत परिसर को चमकाने राशि उपलब्ध, रास्ता बनाने के लिये जेब खाली
लोगों का कहना है कि इस सड़क के निर्माण को लेकर पंचायत सचिव और सरपंच के पास जाते जाते ग्रामीणों की चप्पले घिस चुकी है परंतु सरपंच सचिव के कानो में जंू तक नहीं रेंगती. ग्रामीणों ने बताया की ग्राम पंचायत के पास पंचायत परिसर को चमकाने राशि उपलब्ध है परंतु कबीर चौक से नहर निकलने वाला मार्ग बनाने के लिये पंचायत की जेब खाली है. ग्रामीणों ने बताया की यह सड़क थोड़ी ही बारिश में कीचड़ से सराबोर हो जाती है. मानसून की पहली बारिश ने ही सड़क का बुरा हाल कर दिया है. लोगों का आवागमन बाधित हो गया है. वहीं ग्राम के उपसरपंच गौरीलाल धारणे ने भी ग्रामीणों की शिकायत को जायज बताते हुए सरपंच-सचिव को ही ग्रामीणों को हो रही परेशानी के लिये जिम्मेदार बताते हुए कहा की सरपंच-सचिव ग्राम विकास के नाम पर कुछ भी नहीं कर रहे है और शासकीय राशि का आपस में मिलकर बंदरबाट करने में अपना समय ज्यादा व्यतीत करते है.
सभी करों की वसूली पूरी, परंतु सुविधा के नाम पर कुछ भी नही
ग्राम चिखली के आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया की ग्राम पंचायत द्वारा उनसे सभी प्रकार के करों की वसूली की जा रही है परंतु सुविधाओं के नाम पर कुछ भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया की उनके द्वारा समय पर मकान टैक्स, जलकर, स्ट्रीट लाईट के अलावा अन्य सुविधाओं की जो भी राशि पंचायत को देनी है, वह पंचायत वसुल कर रही है. परंतु ग्राम सरपंच और सचिव द्वारा कबीर चौक से नहर निकलने वाले मार्ग में रहने वाले ग्रामीणों को सुविधाओं के नाम पर भी कुछ भी उपलब्ध नहीं कराया गया है. जिससे वे बारिश शुरू होने के पूर्व ही परेशानियों से घिर गए है.
ग्रामीणों ने किया पूर्व सरपंच के कार्यकाल को याद
ग्राम पंचायत चिखली में पहुंचे आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया की वर्तमान सरपंच घनश्याम धामने के कार्यकाल से वे पूरी तरह परेशान हो चुके है. सरपंच घनश्याम धामने कभी कभार ही ग्राम चिखली की ओर रूख करते है, उनका पूरा ध्यान ग्राम गोर्रे को संवारने में गुजर रहा है. ग्राम चिखली में व्याप्त मूलभूत समस्याओं से उन्हें कोई सरोकार नहीं है. इससे अच्छा तो पूर्व सरपंच स्व. कमल मस्करे का कार्यकाल था जिनके सरपंच रहते ग्राम चिखली को अनेक सौगाते मिली थी. जिससे ग्रामीणों को कहीं भी भटकना नहीं पड़ता था, परंतु जब से घनश्याम धामने ग्राम सरपंच बने है ग्राम चिखली विकास के मार्ग से ही भटक गया है.
इनका कहना है
उक्त सड़क के विषय में मुझे जानकारी है. परंतु यह मार्ग गांव की बसाहट से दूर होने की वजह से वहां सीसी रोड का निर्माण नहीं कराया जा सकता. इस संबंध में हमारे द्वारा जनपद पंचायत में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है परंतु ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए मार्ग में हमारे द्वारा पंचायत में प्राप्त होने वाले करों की राशि से मुरूम डलवाया गया है तथा ग्रामीणों की जरूरत के अनुसार उक्त मार्ग को शीघ्र ही दुरूस्त करा दिया जाएगा.
रोमन ठाकरे, सचिव, ग्राम पंचायत चिखली
कबीर चौक से नहर मार्ग मेें निवासरत ग्रामीणों को हो रही समस्या के विषय में मुझे भी जानकारी है. तथा इस संबंध में मेरे द्वारा भी स्वयं जाकर मार्ग को दुरूस्त कराया गया था एवं समय-समय पर इसकी शिकायत भी मेरे द्वारा सरपंच-सचिव से की गई है परंतु सरपंच-सचिव की मोनोपल्ली के चलते हमारे ग्राम का विकास अवरूद्ध हो रहा है. जिसके लिएवे ग्रामीणों के साथ खड़े है.
गौरीलाल धारणे, उपसरपंच, ग्राम पंचायत चिखली