आर एस मोर काॅलेज में बोले गोविंदाचार्यः चाहत से देसी, जरूरत से स्वदेशी, मजबूरी में विदेशी के मंत्र को अपनाएं

धनबादः प्रत्येक युवा का यह फर्ज है कि वह देश-हित में कार्य करे. रोटी, रिहाइश और रिश्ते के मामले में जाति, संप्रदाय, भाषा तथा क्षेत्र का कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए. चाहत से देसी, जरूरत से स्वदेशी, मजबूरी में विदेशी; इस मंत्र को लेकर वह आगे बढें. उपर्युक्त बातें बुधवार को, गोविंदपुर स्थित आर एस मोर कॉलेज में राष्ट्रीय स्वाभिमान ट्रस्ट के संस्थापक एवं संरक्षक के एन गोविंदाचार्य ने कॉलेज सभागार में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहीं.  

उन्होंने कहा कि सृष्टि जल जंगल एवं जमीन से ही संभव है. इन तीनों के बगैर मनुष्य की कल्पना नहीं की जा सकती है. विकास की अंधाधुंध दौड़ में इनका संरक्षण अति आवश्यक हो गया है.

ग्रेटा थनवर्ग से प्रेरणा लें छात्र

उन्होंने छात्रों से यह आह्वान किया कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उन्हें नोबेल पुरस्कार के लिए नामित ग्रेटा थनवर्ग से प्रेरणा लेनी चाहिए. छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि पौधारोपण छात्रों का एवं पूरे समाज का कर्तव्य है क्योंकि इसी से पर्यावरण संरक्षण संभव है. भारत जैव विविधता से समृद्ध देश है तथा इस विविधता को कायम रखना हमारी जिम्मेदारी है.  

धन कमाने में अनैतिक रास्ते पर न चढ़ें

छात्रों से उन्होंने यह भी कहा कि धन कमाने में उन्हें नैतिक मार्ग का ही चयन करना चाहिए, अनैतिक धन उपार्जन के रास्ते विध्वंसकारी होते हैं. उन्होंने कहा कि सभी धर्मों का आदर एवं सम्मान ही देश को प्रगति के रास्ते पर उन्मुख कर सकता है. भारतीय संस्कृति का स्वभाव भी सभी का आदर एवं सम्मान करने का ही रहा है इसी संस्कृति को बचाना हमारा कर्तव्य भी है.  

गोविंदाचार्य हमसबों के प्रेरणास्रोतः डाॅ प्रवीण सिंह 

इस मौके पर उपस्थित कॉलेज प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने कहा कि श्री गोविंदाचार्य का जीवन हम सब के लिए प्रेरणा का स्रोत है. उन्होंने कहा कि इनका सारा जीवन देश सेवा में ही बीता है. इस मौके पर श्री गोविंदाचार्य के साथ हरि प्रकाश लाटा, राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक शैलेंद्र, बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार झा, हरित भारत अभियान के संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह बिष्ट, गौतम मंडल एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे.

ये रहे कार्यक्रम की सफलता के सूत्रधारः 

एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ परमेश्वर महतो, डॉ रत्ना कुमार, डॉ श्याम किशोर सिंह, डॉ सूर्यनाथ सिंह, डॉ अमित प्रसाद, डॉ नीना कुमारी, प्रो. सुभाष दां, प्रो. मनोरंजन महतो, प्रो. त्रिपुरारी कुमार, प्रो. विनोद एक्का, प्रो. राकेश ठाकुर, प्रो. इकबाल अंसारी, प्रो. रागिनी शर्मा, प्रो. स्नेहलता होरो, प्रो. राजकुमार पाल, प्रो. पूजा कुमारी, डॉ शुभ्रा प्रधान, सुजीत मंडल, प्रदीप महतो, शारिक एवं अन्य शामिल हैं.