भीषण गर्मी के बीच झारखंड में गहराया बिजली संकट, हीटवेव और पावर कट से लोग त्राहिमाम, सरयू राय ने सरकार को घेरा

झारखंड अभी भीषण गर्मी की चपेट है. आने वाले 4 दिनों में गर्मी और बढ़ने के आसार हैं. इस बीच, पूरे प्रदेश में गंभीर बिजली संकट बना हुआ है. हाल यह है कि राज्य को अभी फुल लोड बिजली मिल रही है बावजूद शहर से लेकर गांव तक में बिजली की कटौती हो रही है. बताया जा रहा है कि यह परेशानी लोकल फॉल्ट के चलते हो रही है. कहा जा रहा है कि गर्मी ज्यादा होने से बिजली की खपत बढ़ी है और ट्रांसफार्मरों पर दबाव ज्यादा बढ़ रहा है. इसके कारण फ्यूज उड़ने की शिकायत भी ज्यादा हो रही है. इसके अलावा बिजली तारों में लगे चीनी मिट्टी के इंसुलेटर भी गर्मी के कारण क्रेक कर जा रहे है. इससे भी बिजली बाधित हो जा रही है. रांची विद्युत एरिया बोर्ड के महाप्रबंधक पीके श्रीवास्तव के अनुसार रांची को फुल लोड बिजली मिल रही है. पीक आवर में 330-340 मेगावाट बिजली मिल रही है.

गढ़वा में पिछले 2 जून को आंधी तूफान से 2 बिजली टावर गिरने के बाद से ही बिजली आपूर्ति भी चरमराई हुई है. शहर से गांव तक 8 से 12 घंटे तक बिजली कटौती हो रही है. पलामू के छतरपुर डिविजन में भी यही हाल है. लातेहार के शहरी शहरी क्षेत्रों में 6 घंटे तक जबकि ग्रामीण इलाकों में 12 घंटे तक बिजली कट रही है. हजारीबाग के ग्रामीण इलाकों में 8 से 10 घंटे और शहरी क्षेत्र में 5 घंटे बिजली की कटौती की जा रही है. जिले में 120 मेगावाट बिजली की जरूरत है लेकिन इन दिनों सिर्फ 95 मेगावाट बिजली मिल रही है. सिमडेगा जिले के शहरों में 12 से 15 घंटे और गांवों में 8 से 10 घंटे ही दिनभर में बिजली मिल रही है. कोडरमा में 4 घंटे की बिजली कटौती हो रही है. रामगढ़ जिले में औसतन 18 से 20 घंटे बिजली मिल रही है. जिले में सीसीएल, टाटा स्टील का बड़ा लीज होल्ड है उन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहुत हद तक ठीक है. वहीं पतरातू के कुछ ग्रामीण इलाकों में 16 घंटे के करीब बिजली मिल रही है

धनबाद में हर दिन लोगों को 8-9 घंटे बिजली कटौती झेलनी पड़ रही है. जिले में 16 घंटे से अधिक बिजली लोगों को नहीं मिल रही है. डीवीसी भी 3 घंटे लोड शेडिंग कर रही है. गिरिडीह में बमुश्किल 12 से 15 घंटे बिजली मिल रही है. देवघर में भी करीब 4 से 5 घंटे बिजली कटौती हो रही है, जबकि ग्रामीण इलाके में करीब 6 से 7 घंटे बिजली कटौती हो रही है. बोकारो के चास व ग्रमीण इलाकों में भी मात्र 10 घंटे ही बिजली मिल रही है. संताल के इलाकों में भी अमूमन पांच-छह घंटे ही बिजली मिल रही है.

जमशेदपुर के गैर कंपनी इलाकों में फुल लोड के बाद भी लगातार बिजली कटौती हो रही है. सोमवार और मंगलवार को करीब 17 घंटे का घोषित कट था. लेकिन बुधवार को सिर्फ चार घंटे की कटौती हुई है. गर्मी में घंटों बिजली कटौती से लोग परेशान रहे. जेबीवीएनएल जमशेदपुर एरिया बोर्ड के जीएम श्रवण कुमार ने बताया कि प्री-मानसून मेंटेनेंस को लेकर बिजली काटी जा रही है. गर्मी को देखते हुए सभी कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया है सुबह 11 बजे के बाद शट डाउन नहीं लें. आमतौर शहरी क्षेत्र में चार घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में छह से आठ घंटे की कटौती की जा रही है.

बिजली कटौती के चलते शहर से लेकर गांव तक में पानी की भी किल्लत हो रही है. बिजली कटौती के कारण पंप और मोटर नहीं चल पा रहे हैं. बिजली रहने पर भी कई इलाकों में लो वोल्टेज की समस्या रह रही है. इसके चलते घरों में लगा मोटर नहीं चल पा रहा है और पानी घरों में नहीं चढ़ रहा है.