नि:शुल्क प्रशिक्षण शिविर : क्रियेटिव कैरियर की चाह ने आधी आबादी के हौसलों को हिलोरा

धनबाद/झरिया : मारवाड़ी युवा मंच, झरिया शाखा एवं ´उड़ान हौसलों की´ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित फैशन डिजायनिंग के नि:शुल्क प्रशिक्षण शिविर की, झरिया के बालिका विद्या मंदिर के पुराना भवन में आज भव्य शुरुआत हुई.

केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के पुलिस उपमहानिरिक्षक उत्तम कुमार सरकार ने शिविर का उद्घाटन किया.

प्रतिभागियों को प्रशिक्षण झरिया की गौरव निशा लोयलका, जिन्होंने लंदन फैशन वीक में सर्वश्रेष्ठ डिजाइनर का खिताब जीता था, ने दिया.

 

40 महिलाओं ने लिया प्रशिक्षण
शिविर में कुल 40 महिला प्रतिभागी शामिल हुईं, जिन्हें लंदन फैशन वीक फेम निशा लोयलका ने फैशन डिजायनिंग के मूलभूत सूत्रों से परिचय करवाया.

साथ ही, इस क्षेत्र की बारीकियों को भी साझा किया. कार्यक्रम के पहले दिन वीविंग की जानकारी दी गई.

 

अनुकरणीय है नि:शुल्क प्रशिक्षण शिविर का आयोजन : डीआइजी 
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सीआइएसएफ के डीआइजी यूके सरकार ने कहा कि, "यह प्रशिक्षण शिविर अभिनव है. खासकर, दो संस्थाओं द्वारा मिलकर शिविर को संचालित-संपादित करना अनुकरणीय है. अन्य सामाजिक संगठनों को भी ´मारवाड़ी युवा मंच´ एवं ´उड़ान हौसलों की´ से सीखना चाहिए."

श्री सरकार ने निशा लोयलका की मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि, "हर रविवार को कोलकाता से झरिया आकर शिविर में नि:शुल्क प्रशिक्षण देने का विचार सर्वोत्कृष्ट है. निशा जिस प्रकार से अपनी जन्मभूमि का कर्ज अदा कर रही है, वह निश्चय ही प्रशंसनीय है."

डीआइजी ने आयोजकों को अपनी तरफ से हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया. 

 

आत्मविश्वास एवं इच्छाशक्ति की डगर पर नारी की सफलता सुनिश्चित : निशा लोयलका
कार्यक्रम को दौरान प्रशिक्षिका निशा लोयलका ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि, "आज का नारी समाज आत्मविश्वास से लबरेज है.

जरूरत है इसे बरकरार रखते हुए दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ सही दिशा में प्रयास करने की, सफलता दौड़ती चली आयेगी.

झरिया के अगाध प्रेम ने मुझे कोलकाता से यहां इस प्रशिक्षण शिविर के लिए आने पर विवश कर दिया. आप लोग उत्साह के साथ मेरे साथ चलिए, कामयाबी का रास्ता खुद-ब-खुद खुल जायेगा.

एक फैशन डिजाइनर को कपड़े की बुनावट, कपड़े के ज्ञान, रंगों, डिजाइनों और अन्य सामग्री की पूरी जानकारी होनी चाहिए. जब डिजाइनर अपने डिजाइन के प्रति पूरी तरह संतुष्ट हो जाता है, तो वह किसी पेशेवर पैटर्न मेकर से सलाह लेता है.

फैशन कलेक्शन में डिजाइनर हर एक सीजन में अपने हाई फैशन और मास मार्केट के लिए नए विचारों और नए प्रचलनों को सामने रखता है. इसलिए जरूरत है आपको बिल्कुल चुस्त रहने की.

आधी आबादी को आत्मनिर्भर बनाने में फैशन डिजायनिंग बड़ा हथियार : सीमा अग्रवाल

मारवाड़ी युवा मंच की अध्यक्ष सीमा अगरवाला ने कहा कि, "आज के दौर में महिलाओं को आत्मनिर्भर होना अत्यावश्यक है.

मैंने अपने शपथ ग्रहण के दौरान ही स्वास्थ्य एवं नारी उत्थान के लिए अधिक से अधिक कार्य करने की ठानी थी. यह प्रशिक्षण शिविर उसी संकल्प की एक कड़ी है."

कुछ बनने की नहीं, बल्कि कुछ करने की सोचें : शालिनी खन्ना 

उड़ान हौसलों की´ की संचालिका एवं गत्यात्मक ज्योतिष की जानी-मानी विशेषज्ञ शालिनी खन्ना ने अपने उद्बोधन में प्रशिक्षण ले रहीं प्रतिभागियों से कहा कि, "कुछ बनने की नहीं, बल्कि कुछ करने की सोचें, तभी सफलता की लंबी लकीर खींचीं जायेगी.

इससे आपकी प्रतिष्ठा की पताका खूब लहरेगी. फैशन डिजायनिंग शोहरत और दौलत; दोनों से परिपूर्ण कैरियर है.

 

इनकी उपस्थिति से आयोजन हुआ गरिमामय

मायुमं के प्रान्तीय उपाध्यक्ष जीतेन्द्र अग्रवाल, ललित अग्रवाल, कन्या भ्रूण संरक्षण योजना की प्रान्तीय संयोजिका पूनम अग्रवाल, बालिका विद्या मंदिर कार्यकारिणी कमिटि की अध्यक्ष अरुणा भगानिया आदि.

शिविर की सफलता में इनकी रही भागीदारी

मारवाड़ी सम्मेलन ट्रस्ट के सचिव सह मायुमं के भूतपूर्व अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, झरिया शाखा सचिव गणेश मोदी, हरीश काजरिया, स्वेता मोदी, निशा शर्मा, स्वाति कथुरिया, नेहा साहू, विनोद बंसल, रीता बंसल, कविता अग्रवाल, किरण खरकिया, नीतू अग्रवाल, संजय दारुका आदि का सक्रिय योगदान रहा.

Web Title : WORKSHOP ON FASHION DESIGNING AT JHARIA BY LONDON FASHION WEEK WINNER NISHA LOYALKA