धारा 92 के नाम पर पंचायत सचिवों का किया जा रहा शोषण,सचिव संगठन ने मांगों और समस्याओं को लेकर निगम अध्यक्ष जायसवाल को सौंपा ज्ञापन

वारासिवनी. मध्यप्रदेश पंचायत संगठन के निर्देशन पर वारासिवनी एवं खैरलांजी पंचायत सचिव संगठन ने संयुक्त रूप से निगम अध्यक्ष एवं विधायक प्रदीप जायसवाल को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं पंचायत मंत्री के नाम अपनी मांगो और समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपकर निराकरण करने की मांग की.  

वारासिवनी एवं खैरलांजी सचिव संगठन के पदाधिकारियों ने विधायक प्रदीप जायसवाल को ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया कि विधानसभा एवं संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सचिव एवं प्रदेशभर के 23000 पंचायत सचिव पूर्ण कर्तव्य निष्ठा के साथ 52 हजार गांवो में सरकार की समस्त योजनाओं और अभियानों को मूर्त रूप दे रहे है. संगठन की मांग है कि प्रदेश के 7 लाख कर्मचारियों को सातवां वेतनमान और छटवां वेतनमान को उनकी नियुक्ति दिनांक से सेवाकाल की गणना करके प्रदान किया गया, लेकिन 23 हजार पंचायत सचिवों को 7 वां वेतनमान से वंचित रखा गया है और साथ ही 6 वां वेतनमान में सेवाकाल की गणना नियुक्ति दिनांक से नही की गई है, जिससे पंचायत सचिवों को 5 से 6 हजार रूपये प्रतिमाह का नुकसान हो रहा है, वही पंचायत सचिवों का पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में संविलियन नही होने से समस्त कर्मचारियों की भांति सुविधायें नही मिल पा रही है. साथ ही सचिवों ने बताया कि धारा 92 के नाम पर प्रदेश भर में पंचायत सचिवों को प्रभार से वंचित कर उनका शोषण किया जा रहा है. कई जनपद सीईओ नियम विरूद्ध संविदा कर्मचारियो, रोजगार सहायकों को प्रभार दे रहे है, जबकि धारा 92 सिद्ध नही होने तक सचिवों को प्रभार से वंचित ना किया जावे और उन्हे सचिव प्रभार दिया जाये. सचिव संगठन को विधायक प्रदीप जायसवाल ने आश्वस्त किया कि सचिवों की मांगो और समस्याओं पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री से चर्चा करेंगे.

इसके अलावा सचिव संगठन ने अनुकंपा नियुक्ति का सरलीकरण, 2005 के पूर्व के नियुक्त समस्त पंचायत सचिव को स्थाई पंेशन,  सचिवों को माह की 1 तारीख को ट्रेजरी या गुगल पेय एकाउंट से कर्मचारियों को भुगतान की व्यवस्था, स्थाई पेंशन लागू होने तक रिटायर्ड पंचायत सचिवों के लिए सेवानिवृत्त के समय 5 लाख रूपये की सम्मान सुरक्षा निधी, पंचायत सचिवों को लोकेशन ट्रेेस एप को प्रतिबंधित किया जायें, पंचायत सचिवों को पदोन्नत कर समन्वयक अधिकारी बनाने जैसी अन्य मांगो और समस्याओं का जिक्र ज्ञापन में किया गया. इस दौरान वारासिवनी सचिव संगठन अध्यक्ष लिखनलाल ठाकरे, खैरलांजी सचिव संगठन अध्यक्ष जितेन्द्र चित्रिव, उपाध्यक्ष महेश हेडाउ, संरक्षक रमेश भगत, सचिव नरेन्द्र बागडे, कमल कटरे, पवन कुमार जामुनपाने, नरेन्द्र ठाकरे, दुर्गा शंकर बनकर सहित संगठन पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे.  


Web Title : EXPLOITATION OF PANCHAYAT SECRETARIES IN THE NAME OF SECTION 92, SECRETARY ORGANIZATION SUBMITTED A MEMORANDUM TO THE CORPORATION PRESIDENT JAISWAL ON DEMANDS AND PROBLEMS.