दूसरी बार निकेतन के अध्यक्ष चुने गये रूप बनवाले,26 मतो से प्रतिद्वंदी अजय उपाध्याय को किया पराजित, निकेतन को रंगमंच विद्यालय बनाने का होगा प्रयास-बनवाले

बालाघाट. 83 सदस्यीय वाली नूतन कला निकेतन संस्था के तीन वर्षीय कार्यकाल के लिए आज 4 अक्टूबर को अध्यक्ष पद का निर्वाचन कराया गया. इस निर्वाचन में वर्तमान अध्यक्ष रूप बनवाले के प्रतिद्वंदी के रूप में अजय उपाध्याय भी मैदान में थे. निकेतन के अध्यक्ष के लिए दो लोगों के नामांकन दाखिल होने से फर्म्स एंड सोसायटी के निर्देश पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत निर्वाचन की प्रक्रिया के तहत अध्यक्ष का निर्वाचन किया गया.

नूतन कला निकेतन के अध्यक्ष के लिए निर्वाचन प्रक्रिया निर्वाचन अधिकारी श्रीमती वीणा रामेकर और सहायक निर्वाचन अधिकारी कमलकिशोर राऊत द्वारा पूरी की गई. निकेतन के 83 सदस्यो में केवल 74 सदस्यों ने निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल होकर अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया. दोपहर 1 बजे से प्रारंभ निर्वाचन प्रक्रिया के तहत मतदान और मतगणना की प्रक्रिया अपरान्ह 4. 30 बजे तक चली. जिसमें मतो के आधार पर 26 मतो से वर्तमान अध्यक्ष रूप बनवाले, पुनः अध्यक्ष के लिए निर्वाचित घोषित किये गये. जिसके बाद निर्वाचित अध्यक्ष को प्रतिद्वंदी अजय उपाध्याय के अलावा सभी मतदाताओं ने जीत की बधाई और शुभकामनायें दी.

गौरतलब हो कि रूप बनवाले लगातार निकेतन के दूसरी बार अध्यक्ष बने है, जिससे पर एक बार फिर संस्था सदस्यों ने निकेतन को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी है. संस्था के सभी सदस्यों के निर्वाचन में मिले सहयोग के प्रति निर्वाचित अध्यक्ष रूप बनवाले ने आभार व्यक्त करते हुए दी गई जिम्मेदारी का अक्षरशः पालन करने की प्रतिबद्धता दोहराई. नवनियुक्त निकेतन अध्यक्ष रूप बनवाले ने कहा कि दूसरी बार संस्था सदस्यों ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसका वह पूरी ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा के साथ पालन करते हुए निकेतन को आगे ले जाने का प्रयास करेंगे. निकेतन अध्यक्ष श्री बनवाले ने कहा कि सबसे पहले उनकी प्राथमिकता निकेतन के रंगमंच की डिमांड अनुसार कलाकारों के लिए संसाधन उपलब्ध करवाना और निकेतन भवन के साथ ही मंच का आवश्यकतानुसार जीर्र्णाेद्धार करना है, ताकि रंगमंच के कलाकारों को एक बेहतर भवन और मंच मिल सकें. इसके अलावा उन्होंने निकेतन को एक रंगमंच के विद्यालय के रूप में ले जाने को लेकर कुछ प्रोजेक्ट बनाये है, जो अभी अधूरे है, जिन्हें पूरा कर जिले के रंगमंच के कलाकारों को रंगमंच की नई उंचाईयों तक पहुंचाना है, ताकि जिले से भी रंगमंच कलाकार पूरे प्रदेश और दुनिया में जिले का नाम रोशन कर सकें. उन्होंने कहा कि वर्तमान में पोक और नाटको में नयापन आ गया है, जिससे जिले के कलाकारों के लिए कार्यशाला का आयोजन कर कलाकारों को तैयार करना है. इसके अलावा निकेतन के माध्यम से नृत्य की भरतनाट्य, कुचीपुड़ी और छाउ नृत्य के कलाकारों के लिए एक प्रशिक्षण भी आयोजित करना है ताकि रंगमंच के साथ ही नृत्य की विद्याओं में जिले के कलाकार पारंगत हो सके.  

शहर की सांस्कृतिक, साहित्यिक संस्था नूतन कला निकेतन के तीन वर्षीय कार्यकाल के लिए 4 अक्टूबर रविवार को निर्वाचन प्रक्रिया, निर्वाचन अधिकारियों की मौजूदगी में गई. हालांकि यह पहले ही साफ हो गया था कि निकेतन के अध्यक्ष के रूप में रूप बनवाले का पल्ला भारी है और आज निर्वाचन के बाद यह साबित भी हो गया. 83 सदस्यों में 74 सदस्यों ने प्रतिद्वंदी अजय उपाध्याय से ज्यादा 49 मत रूप बनवाले के पक्ष में किये. जबकि दो मत अवैध और प्रतिद्वंदी अजय उपाध्याय को केवल 23 मत ही मिले.  

चूंकि निकेतन अध्यक्ष रूप बनवाले के कार्यकाल में अनेक ऐसे आयोजन और कार्यशालायें आयोजित की गई. जिसमें जिले के युवाओं के साथ ही जिले की संस्कृति को एक नई पहचान मिली. अपने पूरे तीन वर्षीय कार्यकाल में विभिन्न कार्यक्रमों और आयोजनो के माध्यम से अध्यक्ष रूप बनवाले हमेशा सक्रिय नजर आये.

गौरतलब हो कि निकेतन के नये अध्यक्ष के चुनाव फर्म्स एंड सोसायटी द्वारा कार्यकाल समाप्ति के बाद कोरोना कॉल में चुनाव नहीं हो सकने के कारण 30 अक्टूबर तक एक्सटेंशन मिला था, इस दौरान ही निकेतन की आमसभा में एक्सटेंशन समय से पूर्व अध्यक्ष के चुनाव कराने की आम सहमति के बाद 4 अक्टूबर रविवार को अध्यक्ष का निर्वाचन तय किया गया. दो प्रत्याशियों के निर्वाचन में उपस्थित रहने से मतदान प्रक्रिया के तहत चुनाव कराया गया. जिसमें वर्तमान अध्यक्ष रूप बनवाले दूसरी बार अध्यक्ष के लिए निर्वाचित घोषित किये गये. समय में किये जा रहे है ताकि समय से पहले निकेतन के तीन वर्षीय कार्यकाल के लिए नये अध्यक्ष का निर्वाचन पूरा हो सके.


Web Title : FOR THE SECOND TIME, NIKETANS PRESIDENT WAS ELECTED AS BANE, DEFEATED BY 26 MATO TO RIVAL AJAY UPADHYAY, NIKETAN WILL BE TRIED TO BUILD A THEATRE SCHOOL.