घर में लगा दरवाजा ले गए रेंजर डेहरिया, पीड़ित खिलेश यादव ने की 181 में शिकायत

लालबर्रा. वैसे तो लालबर्रा क्षेत्र के हजारों मकानों में सागौन की लकड़ी से बने फर्नीचर एवं दरवाजे लगे हुए हैं, किंतु 2 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे वन परिक्षेत्र अधिकारी जयकुमार डेहरिया द्वारा ग्राम बघोली वार्ड नंबर 6 निवासी खिलेश यादव के घर में दबिश देकर नवनिर्मित मकान में लगे दरवाजे की जब्ती करने का मामला प्रकाश में आया है.  

इस कार्यवाही के पीछे वन विभाग के अधिकारियों की क्या मंशा है यह तो विभागीय अधिकारी ही जाने, किंतु इस अजीबोगरीब कार्यवाही से जहां खिलेश यादव का परिवार मानसिक रूप से परेशान तो है ही, वही दूसरी ओर लालबर्रा क्षेत्र के ऐसे मकान मालिक जिनके घरों में सागौन की लकड़ी से बना फर्नीचर एवं दरवाजे लगाए गए हैं उनमें हड़कंप मचा हुआ है. वहीं पीड़ित खिलेश यादव द्वारा वन विभाग की कार्यवाही से असंतुष्ट होकर सीएम हेल्पलाइन में 3 अक्टूबर को मामले से अवगत कराते हुए अपनी शिकायत दर्ज कराई गई है.  

प्रेस से चर्चा में पीड़ित खिलेश यादव ने बताया कि वन विभाग का अमला मेरे घर पहुंचा और घर की तलाशी के लिए पड़ोसियों को बुलाने के लिए कहा गया. जिसके बाद मेरे घर की तलाशी ली गई मेरे घर में जब किसी भी प्रकार की लकड़ियां नहीं पाई गई तो उन्होंने मेरे नवनिर्मित मकान में लगा दरवाजा अपने स्टाफ से खुलवाकर ले जाने लगे, तब मेरे द्वारा रेंजर साहब से बार बार निवेदन किया गया कि सर यह सागौन की लकड़ी मेरे खेत में लगे पेड़ की है जो पेड़ बारिश के समय विद्युत पोल पर गिर चुका था, लाइनमैन द्वारा मुझे यह पेड़ काटने कहते हुए कहा गया था कि यदि आप इस पेड़ को नहीं काटते हो तो हमारे द्वारा इसे जप्त कर ले जा लिया जायेगा. मेरे द्वारा उक्त पेड़ को काटकर घर लाया गया और मेरे नवनिर्मित मकान का पल्ला बना लिया गया था. पूरी व्यथा सुनाने के बाद भी रेंजर साहब द्वारा उक्त दरवाजे में लगे 4 नग सागौन के बत्ते पर जब्ती की कार्यवाही की गई है, जो पूरी तरह से अनुचित है.

इनका कहना है

ग्राम बघोली निवासी खिलेश यादव द्वारा लगाए जा रहे आरोप निराधार है. मेरे द्वारा सर्च वारंट के तहत मकान की तलाशी ली गई. जहां सागौन की लकड़ी की 4 नग चिरान जप्त की गई है.

जयकुमार डेहरिया, रेंजर, दक्षिण सामान्य लालबर्रा


Web Title : RANGER DEHARIA, VICTIM KHILESH YADAV, WHO TOOK THE DOOR TO THE HOUSE, COMPLAINED IN 181