ग्राम पंचायत सरपंच और सचिव पर शासकीय राशि के दुरूपयोग का आरोप, उपसरपंच और पंचो ने की शिकायत, जांच के बाद भी नहीं हो रही कार्यवाही-उपसरपंच मोहारे

बालाघाट. ग्राम पंचायत के सरपंच देवेन्द्र मोहारे और सचिव राजेन्द्र पिछोड़े पर शासकीय राशि का दुरूपयोग करने और आर्थिक स्वार्थपूर्ति करने का आरोप लगाते हुए ग्राम पंचायत आंवलाझरी के उपसरपंच चोवालाल मोहारे के नेतृत्व में पंच उलासा नगपुरे, मोनिल जैन, सुखलाल नागोसे और संतोष लिल्हारे ने एक शिकायत ज्ञापन सौंपा है. जिसमें सरपंच और सचिव पर गंभीर आरोप लगाये है.

आरोपकर्ताओं का कहना है कि ग्राम में सरपंच और सचिव द्वारा ग्राम पंचायत के विकास के लिए पंचायत में किराया ओर करो की राशि आज दिनांक तक खाते में जमा नहीं कराई गई. जिसमें प्रमुख रूप से प्रतिमाह शराब दुकान से मिलने वाला किराया है, जिसे सरपंच द्वारा पंचायत कार्यकाल में एक साल तो जमा कराया गया किन्तु उसके बाद से लगातार वह शराब दुकान से किराया राशि वसुल तो रहे है किन्तु उसे पंचायत के खाते में जमा नहीं कराये है, जब इस बाबत उन्हें जानकारी लगी तो उन्होंने काफी खोजबीन के बाद पता लगाया तो सरपंच ने एक पत्र में शराब दुकान के किराये के बारे में एक कागज में लिखकर दिया है कि वह राशि मेरे पास जमा है और 31 मार्च 2020 तक संपूर्ण किराया उसे पास एडवांस है, जिसे सरपंच और सचिव द्वारा पंचायत के खाते में दर्शित नहीं किया गया है, जिस राशि को मिलीभगत कर सरपंच, सचिव राशि का दुरूपयोग कर आर्थिक स्वार्थसिद्धी कर रहे है.

आरोपकर्ताओं ने बताया कि दूसरा मामला पंचायत की नलजल योजना से बिना किसी पंचायत प्रस्ताव और मॉयल से एग्रीमेंट किये बिना पानी प्रदाय किया जा रहा है, जहां मॉयल द्वारा लगाई गई मोटर चलने से पंचायत के नलजल का बिल लगभग तीन लाख बीस आठ सौ इक्यासी रूपये आया है, जिसे भरने की व्यवस्था सरपंच और सचिव द्वारा की जा रही है, जो पंचायत के विकास के लिए आने वाली राशि का खुला दुरूपयोग है.  

उन्होंने बताया कि अनेक बार पंचायत के जिम्मेदार प्रतिनिधियों ने इस ओर सरपंच और सचिव का ध्यानाकर्षण करवाने बैठक बुलाये जाने की बात कही जा रही है किन्तु पंचायत प्रतिनिधियों की बात पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. पंचायत सरपंच और सचिव, दोनो मिलकर पंचायत की राशि की अफरातफरी की. जिसकी भरपाई फर्जी प्रस्ताव बनाकर नये निर्माण कार्य चालु कराने के नाम पर उक्त निर्माण कार्य की राशि से अग्रिम भुगतान करवाकर रिकवरी और गबन की राशि को जमाकर मामले में लिपापोती करने का काम सरपंच, सचिव द्वारा किया जा रहा है. जो गैरकानूनी है.  

उपसरपंच चोवालाल मोहारे ने बताया कि लगातार इस मामले की जनपद और जिला पंचायत में शिकायत करके के बावजूद जांच के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है, जबकि पंचायत का पैसा, ग्राम विकास और पंचायत विकास के लिए मिलने वाले करों का पैसा है, जिसे सरपंच, सचिव अपनी स्वार्थपूर्ति में उपयोग कर नियम, कानून की धज्जियां उड़ा रहे है. उन्होंने कहा कि आर्थिक अपराध कारित करने वाले सरपंच और सचिव के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज कर उन्हें पद से बर्खास्त कर कानूनी कार्यवाही की जायें, ताकि पंचायत के विकास की राशि अफरातफरी करने वाले सरपंच, सचिव को सबक मिल सकें.  

Web Title : GRAM PANCHAYAT SARPANCH AND SECRETARY ACCUSED OF MISUSE OF OFFICIAL MONEY, DEPUTY SARPANCH AND PANCHO COMPLAIN, ACTION NOT BEING TAKEN EVEN AFTER INVESTIGATION DEPUTY SARPANCH