सोनगुड्डा के दर्दनाक घटना में जीवित बचे मासुम का चिकित्सालय में चल रहा उपचार,पीएम के बाद गांव में की गई मृतक पिता और दो मासुम पुत्रों की अंत्येष्टी, सनकी और नशेड़ी था अंतु

बालाघाट. जिले के रूपझर थाना के सोनगुड्डा चौकी अंतर्गत चारटोला के कछारटोला अंधेरीवन में हुई दर्दनाक वारदात में एक सनकी और नशेड़ी प्रवृत्ति के पिता ने अपनी सनक में दो बच्चों की गला दबाकर हत्या करने के बाद स्वयं फांसी लगा लिया था. इस घटना में पिता का गला दबाने के बावजूद जाको राखे साईयां मार सके न कोय की कहावत की तरह जीवित बचे एक वर्षीय मासुम आकाश का उपचार जिला चिकित्सालय के शिशु वार्ड में चल रहा है. जहां उसके स्वास्थ्य में सुधार है.

दूसरी और दो पुत्रों की गला दबाकर हत्या करने वाले पिता और उसके दोनो मृतक पुत्रों के शव का आज 13 सितंबर को उकवा अस्पताल में पुलिस की मौजूदगी में चिकित्सक द्वारा पीएम किया गया. जिसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया. जिनका गांव में अंतिम संस्कार गमगीन माहौल में किया गया. यहां पिता द्वारा पुत्रो की हत्या किये जाने पर लोगों में नाराजगी भी देखी गई. बहरहाल इस मामले में रूपझर पुलिस मामले की जांच कर रही है.

जिला चिकित्सालय मंे घटना में बाल-बाल जीवित बचे पुत्र आकाश के साथ जिला चिकित्सालय में मौजूद मृतक अंतु की पत्नी शीतला और उसके पिता ब्रजलाल वरकड़े ने अंतु की आदतों को लेकर बड़ा खुलासा किया. अंतु शुरूआत से ही सनकी और नशे का आदि था, जो आये दिन पत्नी शीतला से मारपीट किया करता था.

बीते शनिवार की रात अंतु ने शराब के नशे में घर में पहुंचकर पत्नी शीतला के साथ मारपीट की थी और उसे कुल्हाड़ी लेकर मारने दौड़ा था. जिससे वह किसी तरह बच गई थी, जिसके दूसरे दिन बीते रविवार को वह अपने मायके सोनपुरी चले गई थी. सोमवार को उसका पति मायका आया था और अपने साथ बड़े 6 वर्षीय पुत्र और 4 वर्षीय कैलाश को लेकर चला गया था. फिर शुक्रवार को वह सोनपुरी आया और मासुम आकाश को लेकर चला गया था.  

ससुर ब्रजलाल वरकड़े की मानें तो पति की मारपीट से तंग आकर बेटी मायके आ गई थी. इस दौरान दो बार घर आये दामाद अंतु ने तीनो बेटो को अपने साथ ले जा लिया था. शनिवार को वह बेटी को छोड़ने उसके ससुराल पहुंचे थे और दामाद के काका के यहां थे, इस दौरान ही रिश्तेदार छोटे बच्चे आकाश को गोद में लेकर आया और घटना की सूचना दी. जिसके बाद हमें पता चला कि दामाद ने दोनो नाती की गला दबाकर हत्या कर दी और स्वयं फांसी लगाकर जान दे दी. जिसके बाद मासुम आकाश को लेकर वह सोनगुड्डा आये, जहां से वह उकवा अस्पताल पहुंचे, जहां से उन्हंे बैहर भेजा गया और बैहर से रिफर पर जिला चिकित्सालय लाकर भर्ती कराया. ससुर की मानें तो बेटी के शादी के बाद से ही दामाद के सनकी और नशेड़ी होने का पता चला था. बताया जाता है कि पुत्रों का हत्यारा मृतक अंतु घर की थोड़ी बहुत जमीन में खेती के काम के अलावा मजदूरी का काम भी करता था, लेकिन अक्सर वह अपनी पत्नी शीतला के साथ मारपीट करता था.  

अस्पताल चौकी पुलिस ने दिया मानवता का परिचय

रूपझर थाना के सोनगुड्डा चौकी अंतर्गत चारटोला के कछारटोला अंधेरी वन में हुए दर्दनाक हादसे में बाल-बाल बचे एक वर्षीय मासुम आकाश को जब उपचारार्थ जिला चिकित्सालय लाया गया तो उसके बदन पर कोई कपड़े नहीं थे. जिसे देखकर तत्काल ही अस्पताल चौकी में ड्युटी पर तैनात अस्पताल चौकी प्रभारी लखन भीमटे, प्रधान आरक्षक हुकुमचंद उईके और आरक्षक मुवनेश्वर भगत ने मानवता का परिचय देते हुए मार्केट से उसके लिए नये कपड़े लेकर आये और उसे नये कपड़े प्रदान किये.  

Web Title : IN THE TRAGIC INCIDENT OF SONGUDA, THE SURVIVORS WERE TREATED IN THE HOSPITAL, THE FUNERAL, WHIMSICAL AND ADDICT OF THE DECEASED FATHER AND TWO MASUM SONS IN THE VILLAGE AFTER PM.