अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: कच्छ गुर्जर महिला मंडल ने डांस, नृत्य, गरबा, परिचर्चा, खेल कार्यक्रमों में दिखाई प्रतिभा

बालाघाट. सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था नूतन कलानिकेतन और नारी मंच द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. जिसमें गायन नृत्य, समूह नृत्य, गरबा, परिचर्चा, खेलकूद,स्लोगन लिखो, खेल सहित अन्य प्रतियोगितायें आयोजित की गई. इस कार्यक्रम में कच्छ गुर्जर क्षत्रिय महिला मंडल की बहनों ने भी हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा दिखाई. खेलकूद प्रतियोगिता में जोशना बेन, नितिका बेन, आशा बेन, गरबा नृत्य में काजल चावड़ा, निशा चावड़ा, जुहिता परमार, अर्चना चावड़ा, मेघा राठौड़, निशा टांक और स्लोगन लिखो प्रतियोगिता में जुहिता परमार ने हिस्सा लेकर नारी के गुणांे को दर्शाया.  

महिला दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में 7 मार्च को नारी मंच द्वारा आयोजित परिचर्चा में मीना बेन और खेलकूद में दीपिका बेन ने भाग लिया. वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में 14 मार्च को नाटक की प्रस्तुति कर महिला मंडल की बहनों ने सभी को मंत्रमुग्ध किया. जिसमें काजल चावड़ा, अर्चना चावड़ा, मीना चावडा, नम्रता राठौड़ ने भाग लिया इस कॉमेडी नाटक की सभी ने सराहना की. फैंसी ड्रेस में मीना बेन चावड़ा ने भाग लिया. जिसमें उन्होंने एक विदेशी का रोल किया. उक्त कार्यक्रम में नम्रता बेन द्वारा गायिका तीजन बाई का रोल निभाया गया एवं बहनों द्वारा गरबा नृत्य प्रस्तुत कर अपने लोकनृत्य का प्रदर्शन किया. महिला दिवस के अवसर पर अध्यक्ष हम महिलायें चाहे तो एक दिवस नहीं अपितु 365 दिवस महिला दिवस मना सकते हैं. हमें इसके लिए सर्वोपरि अपने परिवार में प्रेम भावना, लगन और अपनत्व की भावना के साथ सभी परिवार के रिश्तो को निभाना होगा और सम्मान देना होगा. हमें सबसे पहले इन्हीं पारिवारिक रिश्तो से प्रेरणा मिलती है और संस्कार मिलते हैं. हम इन्हीं का अनुसरण कर परिवार में खुशियां बिखेर सकते हैं लेकिन जैसे-जैसे सुविधायें मिलती गई, महिलायें पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चलने लगी और कहीं आगे बढ़ गई. लेकिन वह अपने मूल स्वरूप और मूल स्वभाव को पीछे छोड़ती गई. एक ही मन बना लिया कि हमें आगे बढ़ना है और हम सब ने मान लिया आज की नारी किसी से कम नहीं, लेकिन हम भूल रहे हैं की सृष्टि के रचयिता ने नर और नारी को एक दूसरे का पूरक बनाया है. नारी जननी है परिवार की घुरी है. लेकिन आज की नारी स्वतंत्र रहना चाहती है बस इसीलिए आज उनके पास सब कुछ होने के बावजूद वह दुखी है.  

कच्छ गुर्जर क्षत्रिय महिला मंडल अध्यक्ष और जोनल प्रमुख मीना बेन चावड़ा ने बताया कि हमारी महिला मंडल को ऑल इंडिया स्तर पर बेस्ट महिला मंडल का ईनाम और मेडल प्राप्त हुआ है. यही नहीं बल्कि हमारे समाज की प्रतिभावान बहनों को ऑल इंडिया स्तर पर प्रियदर्शनी अवार्ड भी मिल चुका है. जो समाज के लिए गौरव की बात है.


Web Title : INTERNATIONAL WOMENS DAY: KUTCH GURJAR MAHILA MANDAL SHOWCASES TALENT IN DANCE, DANCE, GARBA, SYMPOSIUM, SPORTS PROGRAMMES