नपा डीजल घोटाला: कईयो के बदले प्रभार, कांग्रेस कर रही शिकायत पर एक्शन का इंतजार, कंकर ने कहा प्रशासन की समिति से जांच कराकर लीपापोती का प्रयास

बालाघाट. लगभग 18 महिने के नपा कार्यकाल में सामने आए डीजल घोटाले की आग, थमने की बजाए और बढ़ती जा रही है. यह डीजल घोटाले का दुष्प्रभाव है कि ना केवल नपा में ईधन का प्रभार बदला गया बल्कि लगभग आधा दर्जन कर्मियों के प्रभारो में परिवर्तन किया गया. वहीं इस मामले में एक बार फिर पूर्व सांसद कंकर मंुजारे ने जुबानी हमला बोला है, उन्होंने कहा कि नगरपालिका अध्यक्ष, ईओडब्ल्यु से जांच कराने की बजाए मामले में लीपापोती के लिए प्रशासनिक जांच समिति की मांग कर रही है. यह बहुत बड़ा घोटाला है. दूसरी ओर कांग्रेस को ईओडब्ल्यु की जांच की मांग में कार्यवाही का इंतजार है. नगरपालिका के डीजल घोटाला का आखिर मास्टरमाईंड कौन है? यह एक बड़ा सवाल है, इसके अलावा यह भी एक बड़ा सवाल है कि आखिर किस अधिकार के तहत दैवेभो कर्मी को डीजल पर्ची देने का कार्य दिया गया?

बालाघाट नगरपालिका में डीजल घोटाले को लेकर, नपा सीएमओ, प्रेस से चर्चा करने को तैयार नहीं दिखाई दे रहे है. जो कांग्रेस जनप्रतिनिधियों के इस बात को पुष्ट करता है कि कहीं ना कही सीएमओ, नपा में डीजल घोटाले को उजागर करने के बाद दबाव में है और वह इस मामले में मीडिया के सवालों से भाग रहे है, यही कारण है कि वह मीडियाकर्मियों के कॉल तक नहीं उठा रहे है.  

वहीं इस घोटाले का प्रभाव ही कहा जाएगा कि डीजल घोटाले के सामने आने के बाद नगरपालिका में कईयों का प्रभार बदल गया. सूत्रों के अनुसार स्वच्छता नोडल अधिकारी प्रीति घरते का प्रभार बदलकर उन्हें मुख्यमंत्री समाधान, जनसुनवाई और टीएल की शिकायतों का प्रभार दे दिया गया है. वहीं विद्युत विभाग के उपयंत्री दीपक बिसेन को स्वच्छता नोडल प्रभारी बनाया गया है. ईधन का प्रभार देख रहे स्वास्थ्य विभाग प्रभारी सूर्यप्रकाश उईके को इस प्रभार से हटाकर यह प्रभार, सहायक ग्रेड-03 ओमप्रकाश सेन को सौंप दिया गया है. वहीं सहायक लेखापाल आरती ठाकुर को लेखा शाखा, सीएमओ लेजर, केशबुक, ऑडिट और अनुदान पंजी, स्वास्थ्य विभाग उप स्वच्छता पर्यवेक्षक यामिनी डहरवाल और काजल डोंगरे को नगरीय क्षेत्र के मतदान केन्द्रो में व्यवस्था का प्रभार दिया गया है. राजस्व विभाग के देवलाल तिवड़े को पुराने नल विच्छेद की जांच ओर राहुल बोरकर को लोक निर्माण विभाग के लिपिकीय कार्य संपादन का प्रभार सौंपा गया है. यह सभी प्रभारी सीएमओ द्वारा सौंपे गए है, जिसके बारे में अध्यक्ष जानकारी से अनभिज्ञ दिखाई दी. इस मामले में पत्रकारों ने अध्यक्ष से पूछा तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी सीएमओ ही दंेगे. वहीं सूत्रो की मानें तो डीजल घोटाले में कुछ लोगों को नोटिस भी जारी किए गए है. हालांकि इसकी पुष्टि इसलिए नहीं हो सकी कि सीएमओ के दूरभाष क्रमांक पर हमने संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने कॉल रिसिव नहीं किया.

नगरपालिका के डीजल घोटाले को लेकर, कांग्रेस ईओडब्ल्यु की जांच की मांग को लेकर की गई शिकायत में कार्यवाही का इंतजार कर रही है. उन्होंने कहा कि नगरपालिका का यह जख्म नासूर बनकर सामने आया है, हर महिने 18 लाख ईधन में खर्च होने वाली राशि एक माह में ही 7 से 8 लाख रूपए में कैसे आ गई है, यह एक बड़ा सवाल है, जिसकी वास्तविकता ईओडब्ल्यु की जांच से सामने आ सकती है.

जबकि पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने 02 अप्रैल को निज निवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में एक बार फिर नगरपालिका के डीजल चोरी मामले में जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि नगरपालिका अध्यक्ष, इस मामले में ईओडब्ल्यु से जांच कराने की मांग की जगह, प्रशासनिक जांच करवाना चाहती है कि ताकि मामले में लीपापोती की जा सके. उन्होंने कहा कि प्रशासन, सत्ता के दबाव में क्या जांच करेगा. एक ओर भाजपा कहती है कि ना खाएंगे ना खाने देंगे, दूसरी ओर इतना बड़ा मामला उजागर होता है, जो प्रदर्शित करता है कि घोटाला कितना बड़ा है. लोकसभा चुनाव में तो इसी बात पर नगरीय क्षेत्र की जनता को भाजपा को नकार देना चाहिए.


Web Title : NAPA DIESEL SCAM: CHARGES FOR MANY, CONGRESS WAITING FOR ACTION ON COMPLAINT, KANKAR SAYS ADMINISTRATION COMMITTEE TRIES TO COVER UP