नपा में कांग्रेस की नवनिर्वाचित विधायक के सम्मान से नपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, भाजपा एवं निर्दलीय पार्षदों और शाखा प्रमुखो ने बनाई दूरी, छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता-विधायक अनुभा

बालाघाट. जिला मुख्यालय की बालाघाट विधानसभा में 35 साल बाद हुए नेतृत्व परिवर्तन के बाद कांग्रेस की महिला नेत्री श्रीमती अनुभा मंुजारे ने जीत दर्ज कर भाजपा के कद्दावर नेता कहे जाने वाले सात बार के विधायक, दो बार के सांसद और भाजपा सरकार एवं संगठन में कई अहम पदो पर आसीन रहे गौरीशंकर बिसेन को लंबे वोटो के अंतराल से पराजित किया.  

बालाघाट विधानसभा की नवनिर्वाचित विधायक अनुभा मुंजारे का 27 दिसंबर को नपा के कांग्रेस पार्षदों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया था. जिसमंे नेता प्रतिपक्ष योगराज कारो लिल्हारे और अन्य कांग्रेसी पार्षदो ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और भाजपा एवं निर्दलीय पार्षदों सहित सीएमओ को भी न्यौता दिया था. बावजूद इसके बुधवार को नपा सभाकक्ष में आयोजित नवनिर्वाचित विधायक के सम्मान समारोह में केवल कांग्रेस और नपा के छोटे कर्मचारियों को छोड़कर नपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सीएमओ, शाख प्रभारी, भाजपा पार्षद और निर्दलीय पार्षद अनुपस्थित रहें. हालांकि नपा सीएमओ दिशा डेहरिया ने दूरभाष पर चर्चा में बताया कि चूंकि वह वारासिवनी सीएमओ है और बालाघाट में प्रभार अभी संभाला है, वारासिवनी में बकाया राशि की वसुली लेकर की जा रही कार्यवाही के चलते वह बालाघाट में आयोजित सम्मान समारोह में शामिल नहीं हो सकी. वह बालाघाट पहुंचकर इस मामले में शाखा प्रमुखों से उनके नहीं पहुंचने पर चर्चा करेगी.  

दूसरी ओर सम्मान समारोह कार्यक्रम में नपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, भाजपा पार्षदो और निर्दलीय पार्षदों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती अनुभा मुंुजारे ने कहा कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता है. यदि कोई कपट, दुराभाव रखकर चल रहा है तो वह जनता का नुकसान कर रहा है. नगरपालिका के सभी 33 वार्डो में मेरी जनता रहती है. जिनकी जो भी समस्या होगी वह उसका पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निराकरण करेगी, लेकिन ऐसे लोगों को राजनीति का चश्मा उतारना होगा.  

उन्हांेने कहा कि जब वह निर्दलीय चुनाव जीतकर नपाध्यक्ष बनी थी, उस दौरान दलगत राजनीति से उठकर जो मैने कार्य किए थे. उसी से मेरी पहचान बनी. जिसके कारण आज वह राजनीति में मजबूत रूप से खड़ी है. चुनाव में विचाराधारा की लड़ाई होती है लेकिन चुनाव के बाद बाद खत्म हम आपके और आप हमारे है. मुझे नगर में सफाई अभियान चलाना है, काम करना है लोगों से मिलना है तो वह मिलेगी. उन्होंने कहा कि किसी अन्य दलों के पार्षदों से उनका विरोध नहीं है और ना ही कोई पार्षद यह सोचे की विधायक कांग्रेस की है. हमें तो काम करना है यदि तनातनी करंेगे तो इससे जनता प्रभावित होगी. वे यह ना भुले कि आगामी फिर नपा चुनाव में उन्हें जनता के पास जाना है तो फिर जनता यह नहीं पूछेगी कि आप दूरी बनाकर क्यों चल रहे थे. सोच बदलने की जरूरत है, सोच बदलेगी तो देश और बालाघाट बदलेगा. जिसकी सोच और विचार बड़े होते है, वह जमीन पर रहकर भी आसमान को छूते है और यदि सोच और विचार को बड़ा करना है तो अपने बड़े नेताओं से सीखे.


Web Title : NAPA: HONORING NEWLY ELECTED CONGRESS MLA IN NAPA, NAPAADHYAKSH, VICE PRESIDENT, BJP AND INDEPENDENT COUNCILLORS AND BRANCH HEADS DISTANCE MADE, NO ONE IS BIG WITH SMALL MIND: MLA ANUBHA