6 दिनों से चली आ रही नर्सो की हड़ताल खत्म, काम पर लौटी नर्सेस, पटरी पर स्वास्थ्य सेवा

बालाघाट. विगत 11 जुलाई से जिले में चली आ रही नर्सेस की हड़ताल 6 दिनों बाद 16 जुलाई को खत्म हो गई और सभी हड़ताली नर्सेस 17 जुलाई से काम पर लौट आई है. नर्सेस ऑफिसर्स एशोसिएशन के बैनर तले जिले के प्राथमिक, सामुदायिक और जिला चिकित्सालयो की नर्सेस के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से बेटपरी हुई स्वास्थ्य सेवायें पटरी पर लौट गई है. वहीं मरीजों ने भी नर्सो के काम पर लौटने के बाद राहत की सांस ली है.

गौरतलब को कि 11 जुलाई से जिले में नर्सिंग ऑफिसर्स एशोसिएशन के बैनर तले नर्सिंग स्टॉफ वेतन विसंगति को दूर करने, चिकित्सकों की तरह रात्रिकालीन आकस्मिक चिकित्सा भत्ता देने, वेतन वृद्धि, नर्सिंग विद्यार्थियों का स्टॉयफंड बढ़ाकर 8 हजार रूपये किये जाने, न्यायालय में पदोन्नति विचाराधीन मामले तक प्रभारी के रूप में पदोन्नत करने, ओपीएस लागु करने सहित कुल 10 सूत्रीय मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला गया था. जिससे शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रो की स्वास्थ्य सेवायें चरमरा गई थी. हालांकि नर्सो के हड़ताल पर चले जाने से संविदा और नर्सिंग स्टुडेंट को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए तैनात किया गया था. बावजूद इसके स्वास्थ्य सेवायें प्रभावित हुई थी.  

नर्सिंग ऑफिसर एशोसिएशन का कहना था कि विगत कई वर्षो से प्रदेश का नर्सिंग ऑफिसर एशोसिएशन नर्सिंग संवर्ग की मांगो के निराकरण की मांग सरकार से कर रहा है, 2021 में नर्सिग स्टॉप द्वारा की गई हड़ताल के बाद सरकार ने आश्वस्त किया था कि उनकी मांगो पर विचार किया जायेगा लेकिन मांगो के निराकरण को लेकर सरकार की अनदेखी से आक्रोशित होकर वह अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रही है.  16 जुलाई को प्रदेश संगठन की बैठक स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग से होने के बाद नर्सिंग ऑफिसर्स एशोसिएशन की मांगो पर सरकार की ओर से मिले निराकरण के आश्वासन के बाद प्रदेश संगठन ने प्रदेश में नर्सो की हड़ताल को वापस लेने का निर्णय लिया था. जिसके बाद हड़ताल को समाप्त कर नर्सेस काम पर लौट गई थी.  नर्सिंग ऑफिसर्स एशोसिएशन जिलाध्यक्ष ज्योति चंदेल ने कहा कि हमने सरकार के आश्वासन पर भरोसा रखते हुए हड़ताल को स्थगित कर दिया है, सरकार यह ना समझे की हड़ताल खत्म हुई है. यदि सरकार ने हमारी मांगो पर एक माह में विचार नहीं किया तो फिर हम हड़ताल पर चली जायेगी.

हड़ताल से नर्सो के वापस लौटने के पीछे एक और दूसरा कारण माननीय न्यायालय में लगाई गई जनहित याचिका पर नर्सो की हड़ताल को सरकार के अवैध ठहराने के बावजूद नर्सो के काम पर वापस नहीं लौटने को लेकर भी मानी जा रही है, जिसमें आज सरकार को नर्सो की हड़ताल को लेकर स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करनी थी. यदि हड़ताल खत्म नहीं होती तो संभवतः सरकार मामले में एस्मा की कार्यवाही कर सकती थी. फिलहाल सोमवार को नर्सिंग ऑफिसर्स एशोएिशन ने सिविल सर्जन को अपने काम पर लौटने की विधिवत सूचना दी. नर्सो के हड़ताल को खत्म कर वापस लौटने पर सिविल सर्जन डॉ. संजय धबड़घाव ने कहा कि सभी हड़ताली नर्सेस काम पर लौट आई है और कार्य करना प्रारंभ कर दिया है.


Web Title : NURSES STRIKE ENDS FOR 6 DAYS, NURSES RETURN TO WORK, HEALTH SERVICES ON TRACK