जियो टैग गिरदावरी में आ रही व्यवहारिक कठिनाईयों से परेशान पटवारी, पटवारियों को दिये गये नोटिस का एक साथ पटवारियों ने सौंपा जवाब

बालाघाट. वर्ष 2021-22 की रबी फसल का गिरदावरी कार्य जियो फेंस तकनीक से किया जाना है, चूंकि बिना गिरदावरी के फसल बीमा एवं ई-उपार्जन के महत्वपूर्ण कार्य नहीं किया जा सकते. जिससे गिरदावरी का कार्य समय-सीमा में होना अत्यंत आवश्यक है, लेकिन जियो फेंस तकनीक से होने वाली गिरदावरी में आ रही व्यवहारिक कठिनाईयों से पटवारी परेशान है, जिसको लेकर दिसंबर में कलेक्टर के नाम ज्ञापन भी पटवारी संघ ने सौंपा था. जिसमें मांग की गई थी कि जियो फंेस में आ रही गिरदावरी की व्यवहारिक कठिनाईयों को दूर किया जायें या फिर सामान्य एप द्वारा गिरदावरी कार्य करने के आदेश प्रसारित किया जायें. पटवारियों की इस समस्या को तो समाधान नहीं किया गया लेकिन गत दिवस भू-अभिलेख से पटवारियों को रबी गिरदावरी जियो फेंस तकनीक द्वारा किये जाने की प्रगति कम होने पर स्पष्टीकरण आदेश जारी कर दिया गया है. जिससे पटवारी आक्रोशित है.  

पटवारी संघ जिलाध्यक्ष अरूण बिरनवार के नेतृत्व में नोटिस मिले सभी पटवारियों ने आज संयुक्त रूप से अपना जवाब पेश करते हुए एक बार फिर जियो फेंस तकनीक से आ रही व्यवहारिक कठिनाईयों को दूर करने या फिर सामान्य एप से गिरदावरी कराये जाने की मांग रखी.

जिलाध्यक्ष अरूण बिरनवार ने कहा कि वर्तमान में पटवारी पंचायत चुनाव, वेक्सीनेशन, लघु सिंचाई संगणना, राजस्व पखवाड़ा, आबादी सर्वे, राजस्व वसुली कार्य कर रहे है, जिले में कई पटवारियों के पास दो से तीन हल्कों का पटवारी के पास प्रभार है, जिससे प्रभार के ग्रामों और क्षेत्रफल की संख्या इतनी अधिक है कि समय सीमा में जियो फेंस तकनीक सो गिरदावरी कार्य किया जाना संभव नहीं है, जियो फेंस से गिरदावरी करने हमें प्रत्येक खसरा नंबरों पर जाना होगा, जिसमें अत्यधिक श्रम एवं समय लगेगा. जियो फेंस तकनीक से काम करते समय यह भी देखा गया कि खेत या खसरे पर खड़े होने पर जियो फेंस तकनीक कुछ मीटर दूरी बताता है और जब वहां पटवारी पहुंचता है तो पता चलता कि वहां दूसरे का खेत है. दूरस्थ स्थित खेतो में आवागमन एवं कनेक्टिविटी की सुविधा नहीं होने से कार्य करने में भी अत्यंत कठिनाई हो रही है. रबी मौसम में जिले में महज 20 से 25 प्रतिशत क्षेत्रफल में फसल बोई जाती है, जबकि बैहर, बिरसा, लांजी सहित अन्य क्षेत्र में भूमि पड़त रहती है, जिसकी भी गिरदावरी करना है, जिसमें अकारण ही परिश्रम पटवारी को करना होगा.

उन्होंने कहा कि ऑनलाईन गिरदावरी का यह 10 वां सीजन है, जिसमें जियो फेंस तकनीक की व्यवहाकि कठिनाईयों से पटवारियों को परेशान होना पड़ रहा है. जबकि इससे पूर्व 9 सीजन में पटवारियों ने समय-सीमा में गिरदावरी का कार्य गुणवत्तापूर्ण किया है. जबकि इसमें परेशानी हो रही है. इसकी व्यवहारिक कठिनाईयों को दूर किया जायें, किसी भी पटवारी द्वारा गिरदावरी कार्य में लापरवाही या उदासीनता नहीं की गई है.  


Web Title : PATWARIS RESPOND TO NOTICES GIVEN TO PATWARIS, DISTURBED BY PRACTICAL DIFFICULTIES IN GEO TAG GIRDAVARI