सड़क, संचार,परिवहन सुविधाओं से कोसों दूर है कादला अंचलवासी, पुलिया के अभाव में ग्रामीण हो रहे परेशान

लांजी. भले ही चांद पर जाने की बात कहे या विकास के बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हो पर आज भी वनांचल क्षेत्र विकास से कोसों दूर है. कई सरकारें आई और गई लेकिन इन्हें केवल आश्वासन ही मिला. मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर दूर ग्राम कादला वनांचल ग्राम के अलावा नक्सल प्रभावित जोन में आता है, लेकिन आजादी के 73 वर्षों बाद भी यहां प्राथमिक सुविधाओं का अभाव है ना तो सड़कों की समुचित सुविधा है ना ही संचार. यहां के लोगों के पास मोबाइल तो है लेकिन नेटवर्क नहीं मिलने से इधर-उधर ऊंचे स्थान पर चढ़कर बातें होती है. परिवहन के नाम पर सुविधाएं नगण्य है. यहां के वांशिदो को लांजी मुख्यालय से बगड़ी होते हुये निजी साधनों से आना जाना पड़ता है, या फिर पैदल आने-जाने मजबूर होते हैं. लांजी से रिसेवाड़ा मार्ग पर बम्हनवाड़ा तब तो बसों की सुविधा है लेकिन कादला जाने 7 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है.  

पंचायत क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति के कारण यहां अध्ययनरत बच्चे प्राथमिक शिक्षा तो पंचायत क्षेत्र या अपने गांव में प्राप्त कर लेते हैं, लेकिन उसके आगे की शिक्षा के लिए या तो लांजी मुख्यालय या बम्हनवाड़ा में जाकर लेनी पड़ती है. इस तरह केवल सड़कों एवं पुलियों के अभाव में शिक्षा से लेकर आवश्यक कार्यों के लिए 22 किलोमीटर का फेरा लगाना पड़ता है. ठंड हो या गर्मी या फिर बारिश के दिनों में यहां के लोगों को हमेशा जीवन संघर्ष करना पड़ता है. यहां के ग्रामीणों की मांग है कि पंचायत क्षेत्र में उचित स्थानों पर पुल पुलिया व पक्की सड़कें बना दी जाये, आवागमन की समस्याओं का हल हो सकता है.

तारफाटा में पुलिया मुख्य मांग

ग्राम पंचायत खांडाफरी के अंतर्गत आने वाले ग्राम कादला वासियों की मुख्य मांग कादला एवंबगड़ी के बीच पढ़ने वाले तारफाटा स्थल पर पुलिया बनाये जाने की मांग वर्षों से की जा रही है. यहां के ग्रामीणों का मानना है कि वारी खराड़ी डैम से बहने वाला ओव्हर-फ्लो तारफाटा स्थल पर उच्च पुलिया बना दिया जाये, तो कांधला से लांजी मुख्यालय की दूरी 10 से 12 किलोमीटर कम हो जायेगी. बारिश के दिनों में 22 किलोमीटर का फेरा लगाना पढ़ता है वह कम हो जावेगा.

इनका कहना है

पंचायत क्षेत्र में अनेक समस्यायें हैं जिसे उच्च स्तर पर अवगत करा दिया गया है. सबसे पहले तो तारफाटा नाले पर पुलिया व मनरेगा से बगड़ी मार्ग का निर्माण होना चाहिए. वन विभाग द्वारा जगह-जगह फेंसिंग किए जाने से जानवरों की निस्तारी में भारी परेशानियां ग्रामीणों को होती है. राजस्व रिकॉर्ड दुरुस्त ना होने से प्रधानमंत्री आवास योजना व सी सी रोड बनाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खाण्डाफरी से वारी मार्ग भी लंबित है. इसके अलावा कादला-पाण्डरी मे वोल्टेज की समस्या आए दिनों सामने आती है. विद्युत विभाग यदि बाघाटोला से लाइन ठीक करने का कार्य करें तो समस्या का हल हो सकता है.

राधेश्याम दांदरे, सरपंच, खाण्डाफरी

कादला ग्राम की समस्याएं वर्षों से लंबित है, अनेक बार जनप्रतिनिधियों को इन सब समस्याओं से अवगत कराया गया है. लेकिन सरकारें आती है जाती है पर समस्याएं वहीं की वहीं रह जाती है. जल्द ही मांगों पर गौर नहीं किया गया तो अब ग्रामीण जन आंदोलन करने बाध्य होंगे.

दिनेश लाडे, पूर्व सरपंच

Web Title : ROAD, COMMUNICATION, TRANSPORT FACILITIES ARE FAR AWAY FROM THE KLA ZONE, RURAL DISTRESS IN THE ABSENCE OF CULVERTS