शिक्षको को बी.एल.ओ के दायित्व से मुक्ति की मांग, आजाद अध्यापक, शिक्षक संघ ने सौपा ज्ञापन

बालाघाट. प्रदेश के उमरिया और इंदौर जिले की तरह बालाघाट में शिक्षकों को बी. एल. ओ. दायित्व से बाहर किये जाने की मांग आज 15 अक्टूबर को आजाद अध्यापक, शिक्षक संघ ने उठाई. जिसके तहत जिले के सैकड़ो बी. एल. ओं शिक्षक साथियों ने आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के नेतृत्व में शिक्षा विभाग एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के शिक्षकों को बी. एल. ओ के कार्य के दायित्व से मुक्त रखने कलेक्टर दीपक आर्य को ज्ञापन सौंपा.  

संघ के जिलाध्यक्ष आशीष बिसेन एवं सचिव एमन्त ठाकरे बताया कि राज्य शिक्षा केेन्द्र भोपाल के पत्र में स्पष्ट उल्लेख है कि शिक्षकों को बी. एल. ओं के कार्य के दायित्व से मुक्त रखा जायें, बाबजूद इसके बालाघाट जिले के बी. एल. ओ. शिक्षक यह कार्य कर रहे है, जिन्हें अब तक कार्यमुक्त नहीं किया गया. जबकि उमरिया और इन्दौर जिले में जिला निर्वाचन अधिकारी ने शिक्षकों को बी. एल. ओ. के पद से कार्यमुक्त किये जाने के आदेश कर दिये है, जहां काम अब आंगनबाड़ी के माध्यम से कराया जा रहा है, चूंकि वह उस क्षेत्र से परिचित होती है.

उन्होंने कहा, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के संज्ञान में यह बात आई है कि बी. एल. ओ. के कार्य में शिक्षकों को कई वर्षो से लगाया जा रहा है, जिससे स्कूल में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य मंे लगाया जाना शिक्षा केे अधिकार, अधिनियम का उल्लंघन है. आयोग ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धारा 27 का उल्लेख करते हुए, राज्य सरकार को यह निर्देशित किया है कि यह सुनिश्चित किया जाये कि कार्यालयीन समय अर्थात विद्यालयीन समय मंे शिक्षको से बी. एल. ओ. का कार्य संपादित न कराया जाये. आयोग ने यह भी निर्देशित किया है कि बी. एल. ओ. का कार्य शिक्षकों के अतिरिक्त अन्य कर्मचारियों को सौंपा जायें. इसी कड़ी में शासन से समय-समय पर शिक्षकों को बी. एल. ओ. के कार्य से मुक्त किये जाने के आदेश आते रहे है. जिसके कारण उमरिया और इंदौर जिले में शिक्षकों को बीएलओ के कार्य से मुक्त कर दिया गया है.

आज 15 अक्टूबर को बालाघाट के सैकड़ों बी. एल. ओ. शिक्षकों ने आज कलेेक्टर को शासन के आदेश के परिपालन में बी. एल. ओ. के कार्य से मुक्त करने का ज्ञापन सौंपा. जिसमें आजाद अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष आशीष बिसेन, प्रकाश वैद्य, प्रमोद धामने, रंजीत गनवीर, चैनलाल दमाहे, टीकम डहरवाल, धनेन्द्र बिसेन, दीपलाल राहंगडाले, भूनेन्द्र सिलेकर, छतरलाल कटरे, भुनेन्द्र ऐडे़, कृष्णदास वैष्णव, कुलदीप सोनवाने, रामकुमार राहंगडाले, अतुल हनोते, खेमराज कोठारे, सेवकराम तिड़के, बाबुलाल सातपुते, शैलेन्द्र वशिष्ठ, उमंग ककीटे, पुरूषोत्तम भागड़कर, दिलीप यादव, पूरनलाल पटले, पीतमलाल पांचे, मुरलीधर ठाकरे, संजय ऐडे़, भगवती प्रसाद बनोठे, मधुप्रसाद डहरवाल, नरेन्द्र मेश्राम, कैलाश मेहरबान, युवराज टंेभरे, छोटेलाल बघेले, सुरेश डोंगरे, दीपक पारधी, श्री टेकाम, लक्ष्मीचन्द पंचेश्वर, काशीराम राहंगडाले, वाय. आर. उके, के. एल. पटले, चैनलाल चौहान, डी. सी. पटले, दोविन्द ककीटे, राजीव गुर्डे, दिनेश नारनौरे, उत्तम उके, राजेन्द्र ऐड़े, युवराज सिंह बनफरे, सतीश बिहोने, फागूलाल लिल्हारें, भोजराज लिल्हारे, सुनील बोरकर, लखाराम लिल्हारें, बीरबल भटानकार, पंकज खरें, एम. डी. ठाकरे, डी. एस. बिसेन, भूपेन्द्र बिसेन, आर. डी. राहंगडाले, टी. एल. न्यायकर, उत्तम उके, लक्ष्मीप्रसाद दमाहे, राजेन्द्र गोंडाने, छत्तरलाल पटले, भाउलाल शरणागत, प्रमोदसिंह गौतम, संजय कुमार वैद्य, रामरतन नन्हेट, रवीश गजभिये, वेदसिंह मर्सकोले, दुर्गाप्रसाद गजभियें, जीवनलालप जिजोते, नीलमचन्द भगत, जाकिर अहमद खान सहित बड़ी संख्या में बी. एल. ओ. अध्यापक शिक्षक मौजूद थे.

Web Title : SEEKING TO RELIEVE TEACHERS FROM BLO LIABILITY, AZAD TEACHERS ASSOCIATION, TEACHERS ASSOCIATION