दोस्ती में शक ने ली जान, दोस्त ही निकला दोस्त का हत्यारा, बहेला पुलिस ने किया अंधे हत्याकांड का खुलासा

बालाघाट. दो लोग पुराने दोस्त थे, एक दोस्त को शक था कि उसकी पत्नी का उसके दोस्त के साथ अवैध संबंध है और यही शक ने एक दोस्त की जान ले ली, जबकि दूसरा दोस्त, दोस्त की हत्या का आरोपी बन गया है. दोस्ती के बीच हत्या की यह कहानी, किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है लेकिन हकीकत में कहानी की तरह नजर आने वाले इस मामले में बहेला पुलिस ने 24 घंटे में ही हत्या का खुलासा कर हत्या के आरोपी मृतक के दोस्त बहेला थाना अंतर्गत सावरीखुर्द निवासी 45 वर्षीय फूलचंद पिता चुन्नेलाल मडावी को बहेेला पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिसने ही अपने दोस्त दशरथ ढेकवारे की कुल्हाड़ी से हत्या की थी.  

घटनाक्रम के अनुसार बीते 08 मार्च को बहेला थाना अंतर्गत बिरनपुर निवासी महिला ममता ढेकवारे ने अपने पति दशरथ ढेकवारे के 05 मार्च की सुबह से बिना बताए कही चले जाने की सूचना बहेला थाने में की थी. जिसमें पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया था. जिसके दूसरे दिन क्षेत्र के बाकड़ी कादला जंगल के बीच एक शव पड़े होने की सूचना पुलिस को मिली. जिसकी पहचान, 05 मार्च से लापता बिरनपुर निवासी दशरथ पिता बुधराम ढेकवार के रूप में की गई. जिसके शव पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुलिस को पता चला कि जंगल में मिले दशरथ की मृत्यु सामान्य नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई है. किसी ने उसके गले में धारदार हथियार से हमला कर उसकी हत्या की है. जिसमें पुलिस ने हत्या का मामला पंजीबद्व कर विवेचना में लिया था.

बहेला थाना अंतर्गत लापता विवाहित की हत्या मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन और निर्देशन में बहेला थाना प्रभारी महेन्द्र इवने के नेतृत्व मंे टीम गठित कर अंधे हत्याकांड के खुलासे को लेकर विवेचना प्रारंभ की गई. जिसमें बहेला पुलिस को विश्वसनीय सूत्रो से पता चला कि इस हत्या में सावरीखुर्द निवासी 45 वर्षीय फूलचंद पिता चुन्नेलाल मड़ावी की भूमिका संदिग्ध है. जिस पर पुलिस ने उसे पकड़कर सघन पूछताछ की तो आरोपी फूलचंद ने स्वीकार किया कि उसने ही दशरथ की कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी थी. आरोपी फूलचंद ने बताया कि दशरथ और मैं, अच्छे दोस्त थे. जो अक्सर लकड़ी काटने जंगल जाया करते थे. 05 मार्च को जब वह जंगल लकड़ी काटने गए तो वहां दशरथ ने उस पर पत्नी के साथ अवैध संबंधों को लेकर शक जाहिर किया. जिसको लेकर दोनो के बीच बहस कब विवाद में बदल गई पता नहीं चला. झगड़ा बढ़ने पर उसने लकड़ी काटने लेकर गए कुल्हाड़ी से दशरथ के सिर पर हमला कर दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. बहेला पुलिस थाना प्रभारी मदन इवने ने बताया कि इस मामले में आरोपी के अपराध स्वीकारने के बाद उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त  कुल्हाड़ी को जब्त कर लिया गया है. आरोपी से मामले में और पूछताछ जारी है.  

अंधे हत्याकांड में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में आरोपी को गिरफ्तार करने में बहेला थाना प्रभारी मदन इवने, उपनिरीक्षक दीपक शर्मा, कार्य. एएसआई बिजु माम्मन, प्रआर. सुशील सहारे, आरक्षक जयप्रकाश चौधरी, उत्तम दिनकर, आदर्श मिश्रा, सुनील कुमार, ऋतिक पासी, जितेन्द्र सेन, प्रतिभा डेहरिया, हर्ष कनौजिया, राजकुमार सिसोदिया और एसडीओपी लांजी कार्यालय से रवि राउत, नीरज, विनय की भूमिका सराहनीय रही.


Web Title : SUSPICION IN FRIENDSHIP TOOK LIFE, FRIEND TURNED OUT TO BE FRIENDS KILLER, BAHELA POLICE REVEALED BLIND MURDER CASE