बालाघाट. रास्ते में आवागमन हो रहा हो और एकाएक पेड़ गिर जाए तो स्वभाविक है कि डर लगेगा, ऐसा ही नजारा 05 अप्रैल शुक्रवार की शाम बैहर रोड में दिखाई दिया. जहां एकाएक पेड़ गिरने से लोग सहम गए और जो जहां खड़ा था, वहीं खड़ा हो गया. यह तो अच्छा रहा कि वह पेड़ किसी वाहन या व्यक्ति पर नहीं गिरा, अन्यथा एक बड़ा हादसा हो सकता था. सड़क पर पेड़ गिरने से लगभग दो से ढाई घंटे तक आवागमन अवरूद्ध रहा. बताया जाता है कि 05 अप्रैल शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे बैहर रोड में बंजारी और मलाजखंड के बीच गोलाई के समीप किन्हीं अज्ञात लोगों द्वारा सड़क किनारे लगे एक पेड़ के नीचे आग लगा दी, जिससे पेड़ नीचे से जलकर एकाएक शाम को सड़क पर गिर गया. यह तो अच्छा रहा कि उसकी चपेट में कोई नहीं आया.
सड़क के बीचों-बीच पेड़ गिर जाने से सड़क के दोनों ओर का आवागमन पूर्ण रूप से बाधित हो गया. जिसके बाद इसकी सूचना वनविभाग के कर्मचारियों को दी गई. जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पहुंचे वन कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर उक्त पेड़ को हटाकर यातायात व्यवस्था सुचारू बनाने की काफी कोशिश की, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके. इसी बीच मार्ग से कुल्हाड़ी लेकर गुजर रहे दो लोगों से कुल्हाड़ी मांग कर वन विभाग के कर्मचारियों ने पेड़ की कटाई शुरू की और करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मार्ग से पेड़ को काटकर हटाया गया, तब कहीं जाकर लोगों ने राहत की सांस ली और आवागमन सुचारू हो सका. लोगों ने पेड़ जलाने और घटना की सूचना से अनभिज्ञ रहने पर वनविभाग की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर की.
घटना के प्रत्यक्षदर्शी ऑटो चालक शहजाद खान ने बताया कि वह किसी काम से मलाजखंड की तरफ ऑटो लेकर जा रहे थे की अचानक से पेड़ सड़क पर गिर गया. उन्होंने बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उक्त पेड़ पर आग लगा दी थी, वह पेड़ पहले से जल रहा था. किसी का फोन आने पर उन्होंने अचानक ऑटो रोका और उनके सामने से एक बाइक वाला निकला. ऑटो चालक शहजाद की मानें तो यदि पेड़ किसी बस या किसी बड़ी गाड़ी पर गिर जाता तो भारी जान माल का नुकसान हो सकता था. हादसे के बाद लोगों ने पेड़ को वन विभाग के कर्मचारियों के साथ हटाकर अलग किया और यातायात की व्यवस्था बनाई.