बैजना कोलियरी अस्पताल में कोरोना जांच कैम्प, 650 लोंगों की हुई जांच, 6 पॉजिटिव

निरसा(बी के सिंह) :-   लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस को देखते हुये धनबाद  उपायुक्त उमाशंकर सिंह के निर्देश पर ईसीएल के अध्यक्ष प्रबन्ध निदेशक ने मुगमा महाप्रबन्धक बिभाष चन्द्र सिंह
के सहयोग से बैजना कोलियरी अस्पताल में जांच शिविर का आयोजन किया गया. जांच में तीन सौ लोंगों का लक्ष्य रखा गया था. इसके लिये प्रचार प्रसार भी किया गया था. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुये लोंगों में जागरूकता उस समय देखने को मिली आठ बजे के पूर्व छह बजे से लाइन लगाकर लोग खड़े हो गये. जांच में चार टीम लगाया गया था. लोंगों की भीड़ को देखते हुये तीन सौ किट और मंगवाना पड़ा.  
जांच सुरु होने के पूर्व से एडीएम सप्लाई संदीप कुमार दुबेराई, निरसा बीडीओ बिकास कुमार राय, ब्यवस्था के लिये मौजूद थे. मुगमा क्षेत्र के महाप्रबन्धक बी सी सिंह,अभिकर्ता पी के राय, प्रबंधक महेस प्रसाद, कार्मिक प्रबंधक रति रंजन  सिन्हा ब्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे थे.
बीडीओ श्री राय ने कहा कि जांच लक्ष्य तीन सौ का था, भीड़ को देखते हुये उपायुक्त से अनुरोध कर तीन सौ किट और मंगवाना पड़ा. उन्होंने कहा कि जांच में चार कोलियरी के कर्मी के साथ स्थानीय गांव के लोग भी जांच में आ गए थे जिसके कारण कुछ समय के लिये भीड़ अनियंत्रित हो गई थी.  
उन्होंने लखिमता कोलियरी में हुई जांच शिविर का उल्लेख करते हुये कहा कि ईसीएल प्रबन्धन ने  एक हजार कर्मी की  जांच कराने को बात कही थी, जांच 250 से तीन सौ का ही हुआ इस पर उपायुक्त ने ईसीएल प्रबन्धन पर नाराजगी जाहिर की उसी के फलस्वरूप इस शिविर में चार कोलियरियों के कर्मी को भेज दिया जिससे भीड़ जुट गई थी. उन्होंने कहा कि 650 लोंगों की जांच की गई जिसमें छह ब्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाये गये उन्हें कोविड अस्पताल में पहुंचाया गया.
विधिब्यवस्था को देखते हुये सीआईएसएफ,निरसा पुलिस, ईसीएल सुरक्षा कर्मी को बुलाया गया. बीडीओ ने कहा कि जांच शुरू होने के पूर्व पूरे अस्पताल को सेनेटाइज कराया गया गया था.
 कोरोना की गंभीर स्थिति को देखते हुये  निरसा स्वस्थ्य विभाग की टीम  लगातार जांच कर प्रत्येक कैंप में अपना सहयोग दे रहे हैं जिसमे ओंकार कुमार, देवेंद्र कुमार,एलटी इनामुल हक, एएनएम टूलु दत्ता, रेखा कुमारी, डॉली मित्र, सलोनी खलखो, रूपा कुमारी, संगीता कुमारी, सविता दास, सहीत और भी स्वास्थ्य कर्मियों का अहम योगदान कहा जायेगा. वे धन्यबाद के पात्र हैं.