रेल प्रशासन ने चलाया बुलडोजर उजड़ गए 59 परिवारों का घर 200 लोग हुए बेघर

निरसा(बंटी झा) : अमृत भारत स्टेशन एवं फ्रंट कॉरिडोर निर्माण को लेकर रेल विभाग द्वारा कुमारधुबी स्टेशन के समीप 9सितंबर शनिवार को अतिक्रमण अभियान चलाया गया. जिसके तहत 59 घरों को तोड़ा गया हैं,पिछले पांच दशकों से भी ज्यादा समय से कुमारधुबी स्टेशन के समीप झोपड़पट्टी में बसे 59 लोगो के आशियानों पर आसनसोल रेलवे डिवीजन द्वारा रेल पुलिस व रेल अधिकारियों के उपस्थिति में बुलडोजर चलाकर करीब 200 परिवारों को बेघर कर खुले आसमान पर रहने के लिए मजबूर कर दिया. भीषण बरसात में अब उन परिवारों के सामने खुले आसमान के नीचे रहने के अलावा कोई दूसरा सहारा भी नही.


 टकटकी निगाहों से आस लगाता हुआ परिवार किसी मसीहा के इंतजार में है जो पहुंचकर उन्हें उनका आशियाना दिला सके. लेकिन ऐसा होता नही देख लोगो का गुस्सा देखने को मिला. अपने प्रतिनिधि के प्रति काफी आक्रोश देखा गया है विस्थापितों ने बताया कि आज जब उनका आशियाना उजाड़ने का काम रेलवे द्वारा किया जा रहा है तब ना ही सांसद, ना ही विधायक ना ही पूर्व विधायक और ना ही नगर परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष हाल चाल जानने पहुंचे. लोगो की शिकायत थी कि नेता वोट के समय ठीक पहुंच जाते है. वही कुछ महिलाओं ने कहा कि इस भीषण बरसात में उनके घर को उजाड़ने का काम किया जा रहा है वो आखिर जाए तो कहां जाए.

इधर आसनसोल रेल से आए अधिकारी मुनेश पांडे ने बताया कि अमृत स्टेशन योजना के तहत कुमारधुबी स्टेशन के सौंदर्यीकरण को लेकर आज कुल 59 घरों को हटाया गया.  


श्रीपाण्डे ने यह भी बताया कि  रेल अधिनियम के तहत सेक्सन 5 की नोटिस सभी को एक माह पूर्व दी जा चुकी थी समय अवधि पूरा होने के बाद विभागीय आदेश के तहत तोड़ा जा रहा,आगामी यह अभियान जारी रहेगी इसके पश्चात शिवलीबाड़ी में अभियान चलाया जायेगा.



पार्षद प्रतिनिधि सह शिक्षाविद प्रोफेसर अरुण कुमार ने कहा कि आज चाहे केंद्र की सरकार हो या फिर राज्य की सरकार दोनो ही गरीबों को हटाने का काम कर रही हैं. दुर्भाग्य है कि लगातार सूचित किए जाने के बावजूद एक भी जन प्रतिनिधि इन गरीबों का हालचाल जानने तक नही पहुंचा श्री कुमार ने सरकार से इनके पुनर्वास का मांग किया है.