जब मान सम्मान नही बचेगा तो फिर पद और जीवन का क्या मोल : मुखिया संघ

गोमो : जब मान सम्मान नही बचेगा तो फिर पद और जीवन का क्या मोल रहेगा. उक्त बातें मुखिया संघ ने रामाकुंडा पंचायत सचिवालय में बुधवार को तोपचांची अंचलाधिकारी का विरोध करते हुए कहा.

झारखंड प्रदेश मुखिया संघ के अध्यक्ष विकास महतो ने  विभागीय मंत्री के अलावा धनबाद के सांसद, विधायकों को सीओ द्वारा किये गये आचरण के मामले पर पत्र लिखकर उनके खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग संघ की ओर से की गई.

महासचिव अजय कुमार सिंह ने मुखिया राजेन्द्र सिंह के साथ किये गये दुर्व्यवहार पर कहा है कि मुखियागण अपनी जान जोखिम में डालकर मात्र 1000 रुपये प्रतिमाह के मानदेय के लिए काम नहीं कर रहे हैं. एक जनप्रतिनिधि के तौर पर ग्रामीणों के सम्मान और अपनापन के लिए दायित्व निर्वहन कर रहे हैं.

पंचायत, राज्य, देश के लिए कोरोना आपदा में हम सब भी सेवारत हैं. ऐसे समय में सहयोग और सम्मान दिए जाने की बजाये तोपचांची के सीओ ने एक मुखिया के साथ अभद्र व्यवहार किया है. सरकार एक पदाधिकारी द्वारा किये गए ऐसे आचरण के मामले में जिम्मेदारी लें.

मुखिया संघ ने कहा कि अंचलाधिकारी के खिलाफ अगर कार्रवाई नही हुई तो झारखंड प्रदेश के 4398 मुखिया गण किसी भी सरकारी कार्य मे अपना सहयोग नही दे सकेंगे.

विदित हो कि विगत 29 मार्च को तोपचांची अंचलाधिकारी विकास कुमार त्रिवेदी ने मोबाईल संख्या 9835106515 से गोमो दक्षिण पंचायत मुखिया राजेन्द्र सिंह के मोबाइल नम्बर 8789567369 पर आपदा राहत की राशि का उपयोग करने के संबंध में मुखिया राजेन्द्र सिंह ने दिशा निर्देश मांगा था पर अंचलाधिकारी ने फोन कर झल्लाते हुए गाली गलौज किया तथा जेल भेज देने एवं घर से उठा लेने की धमकी दी थी.

Web Title : WHEN THE HONOUR IS NOT RESPECTED, WHAT IS THE VALUE OF OFFICE AND LIFE: CHIEFTAIN SANGH

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