पूर्वांचल में लहराया केसरिया, त्रिपुरा-नगालैंड में वाम को दी करारी शिकस्त, मेघालय में कांग्रेस को मिले सर्वाधिक सीट

त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी ने वाम मोर्चे के 25 साल के किले को ध्वस्त कर दिया है. त्रिपुरा में एनडीए ने लेफ्ट को हराकर 43 सीटों पर जीत हासिल की है.  

प्रदेश में पिछले पांच बार से सत्ता में रही लेफ्ट केवल 16 सीटों पर ही सिमट गई. वहीं कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई.  

नगालैंड की बात करें तो यहां भाजपा गठबंधन ने 29 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं एनपीएफ ने भी 29 सीटें जीती हैं. कांग्रेस यहां भी अपना खाता नहीं खोल पाई.  

अन्य के हिस्से में यहां 2 सीटें गई हैं. वहीं मेघालय में एनडीए ने यूपीए की बराबर सीटें हासिल की हैं. यूपीए और एनडीए दोनों को 21-21 सीटें जीती हैं. यूडीपी के खाते में 6 सीटें गई हैं. वहीं अन्य को 11 सीटें जीतने में कामयाबी मिली है.  

मेघालय में कांग्रेस और एनपीपी में कड़ी टक्कर के बाद आखिरकार कांग्रेस को सबसे ज्यादा 21 सीटों पर जीत मिली है. साफ है कि इन चुनाव नतीजों के साथ बीजेपी ने पू्र्वोत्तर में शानदार आगाज किया है.


इस ऐतिहासिक नतीजे की आखिर क्या है वजह

01. भाजपा का त्रिपुरा में शानदार प्रदर्शन की एक बड़ी वजह है राज्य में सत्ता विरोधी लहर. पिछले 25 साल से वामपंथियों की सरकार है. लिहाजा, माणिक सरकार के खिलाफ एक सत्ता विरोधी लहर थी.

02. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिपुरा में धुआंधार चार रैलियां की है और राज्य सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया है. 

03. इतना ही नहीं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत कई पार्टी के बड़े नेताओं ने यहां पर रैलियां की.

04. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले त्रिपुरा में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर कमल का दामन थामा. इसका भी सीधा फायदा यहां पर बीजेपी को मिला. पिछले चुनाव में यहां पर कांग्रेस को 35 फीसदी वोट मिला था.

05. भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासी मतदाताओं पर खासा ध्यान दिया है. पिछले चुनाव में लेफ्ट के पास 51 फीसदी वोटों पर कब्जा था. यहां की 30 फीसदी सिर्फ आदिवासी है और आदिवासी की 20 सीटों पर वामपंथियों का कब्जा था. 

सबसे खास बात ये है कि त्रिपुरा में साल 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ दो फीसदी वोट मिले थे. लेकिन भाजपा ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए यहां के निकाय चुनाव में 221 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की थी.


अमित शाह ने जताया आभार

बीते चुनावों में त्रिपुरा में खाता भी नहीं खोल पाने वाली भाजपा ने इस चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की है. जीत की घोषणा से पहले ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने मंच से लोगों का आभार व्यक्त किया. भाजपा कार्यकर्ताओं और तीन राज्यों के अध्यक्षों का धन्यवाद करते हुए उन्होंनें कहा कि लेफ्ट सरकार किसी राज्य के लिए राइट नहीं है. आइये आपको बतातें हैं अमित शाह ने इस ऐतिहासिक जीत पर और क्या कहा... 

1. लेफ्ट भारत के किसी भी हिस्से के लिए राइट नहीं है. यह सिद्ध हो चुका है.

2. अभी बीजेपी का स्वर्णिम युग आना बाकी. त्रिपुरा की जनता ने वोट देकर विकास यात्रा पर मुहर लगाई है.

3. लेफ्ट सरकारों वाले राज्य हमेशा गरीबी में सबसे आगे रहे हैं.

4. पूर्वोत्तर में पैसा हर साल आवंटित होता था लेकिन इस बार पैसा लोगों के विकास पर खर्च हुआ.

5. पीएम ने ऐक्ट ईस्ट पॉलिसी के जरिए उत्तर-पूर्व में विकास का काम शुरू कर दिया था. यह पीएम मोदी की ही जीत है.

6. अगर मेघालय को छोड़ भी दें तो बीजेपी-एनडीए की 21 राज्यों में सरकार.

7. 20 आदिवासी सीटों पर भाजपा की जीत.

8. जब तक ओडिशा, पश्चिम बंगाल और केरल में बीजेपी नहीं आ जाती है, तब तक पार्टी का गोल्डन पीरियड शुरू नहीं होगा. कर्नाटक में तो हम जीतेंगे ही. जीत के बाद जीत एक पॉजिटिव संकेत है. इससे 2019 के लिए हमारा आत्मविश्वास और भी बढ़ा है.

9. हम साथी दल के मंत्रियों को साथ में लेकर आगे बढ़ेंगे.

10.पीएम ने ऐक्ट ईस्ट पॉलिसी के जरिए उत्तर-पूर्व में विकास का काम शुरू कर दिया था. यह पीएम मोदी की नीतियों की ही जीत है.

Web Title : BJP WON IN NAGALAND AND TRIPURA ASSEMBLY ELECTION AND CONGRESS BECAME LARGEST PARTY IN MEGHALAYA