देश में चीन विरोधी माहौल के बीच चीनी माल के बहिष्कार का अभियान जोर पकड़ रहा है. खुदरा व्यापारियों के संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने नेताओं, सेलेब्रिटीज के बाद अब मुकेश अंबानी, रतन टाटा जैसे 50 दिग्गज कारोबारियों को लेटर लिखकर मांग की है कि वे बायकॉट चीन अभियान का समर्थन करें.
कैट ने इसे पहले कई मुख्यमंत्रियों, नेताओं, बॉलीवुड सेलेब्रिटीज और क्रिकेट खिलाड़ियों को लेटर लिखा था. अब कैट ने मुकेश अंबानी, रतन टाटा, आदि गोदरेज, अजीम प्रेमजी, कुमार मंगलम बिड़ला और आनंद महिंद्रा जैसे 50 शीर्ष उद्योगपतियों को लेकर लिखा है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस संकट और सीमा पर भारत-चीन के बीच तनाव को देखते हुए कैट लगातार चीनी माल के बहिष्कार का अभियान चला रहा है. गत 15 जुलाई को चीन से लगी सीमा पर हमारे देश के 20 जवान शहीद हो गए. इसके बाद से ही देश में चीन विरोधी माहौल चरम पर है.
CAIT के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने इन उद्योगपतियों को लिखे लेटर में कहा है, ´हमारा मानना है कि भारत के लोग आपको सफल उद्यमी और इंडस्ट्री का अगुआ मानते हैं. इसलिए हम आपको अपना कीमती साझेदार बनाने का आमंत्रण देने में खुशी महसूस कर रहे हैं. आपसे विनम्र निवेदन है कि तहे दिल से इस अभियान में शामिल हों और इस जन आंदोलन को अपना पूरा सहयोग दें. यह एक खेल बदलने वाला अभियान है जो भारत के ग्लोबल सुपर पावर बनने की यात्रा को नया आकार दे सकता है और चीन का प्रभुत्व कम कर सकता है. ´
कैट ने जिन उद्योगपतियों को लेटर लिखा है उनमें इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति, गौतम अडानी, अजय पीरामल, विक्रम किर्लोस्कर, सुनील भारती मित्तल, राहुल बजाज, शिव नाडर, पालोनजी मिस्त्री, उदय कोटक, नुस्ली वाडिया, शशि रुइया, मधुकर पारेख, हर्ष मारीवाला, डॉ. सतीश रेड्डी, पंकज पटेल और नीलेश गुप्ता भी शामिल हैं.
गौरतलब है कि देश में चीनी माल के बहिष्कार को लेकर उद्योगजगत में भ्रम की स्थिति है. स्मार्टफोन, फार्मास्युटिकल्स, रीन्यूएबल एनर्जी और ऑटोमोबाइल्स जैसे कई सेक्टर में भारतीय इंडस्ट्री काफी हद तक चीन के आयात पर ही निर्भर है. इस हालत को तत्काल बदलना संभव नहीं है और इनमें आत्मनिर्भर बनने में कई साल लग सकते हैं.